चैंबर के चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज
इस्पात नगरी राउरकेला में चैंबर ऑफ कामर्स के चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: इस्पात नगरी राउरकेला में चैंबर ऑफ कामर्स के चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। नौ सौ से अधिक उद्यमियों व व्यापारियों की संस्था राउरकेला चैंबर ऑफ कामर्स का चुनाव इस बार रोचक होने जा रहा है। मौजूदा अध्यक्ष शुभ पटनायक दोबारा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। चैंबर के नियमानुसार लगातार दो बार एक अध्यक्ष रह सकता है। इसी नियम के तहत पिछली बार शुभ पटनायक दो अवधि के लिए अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं उनके खिलाफ इस बार चैंबर के वरिष्ठ सदस्य प्रभात टिबड़ेवाल तथा मौजूदा कमेटी में उपाध्यक्ष प्रवीण गर्ग मुकाबिल आ सकते हैं। शुभ पटनायक के खिलाफ अभी से उनके विरोधियों ने प्रचार तेज करते हुए नारा दिया गया है कि बार-बार शुभ ही क्यों?
कोई भी बन सकता है अध्यक्ष : मौजूदा अध्यक्ष शुभ पटनायक ने इस नारे पर कहा कि कई लोग अध्यक्ष बने हैं। इसमें अनुपम दोषी, सुनील कयाल जैसे लोग शामिल हैं। बेवजह इस तरह की बात कही जा रही है। जहां तक मेरी बात है सदस्यों ने मेरा व्यवहार व आचरण दोनों देखा है। चैंबर में रहकर या इससे बाहर रहते हुए भी चैंबर के लिए हमेशा काम करता रहा हूं। लिहाजा इस तरह के सवाल के लिए कोई जगह नहीं है। जिन्हें भी चुनाव लड़ना है वह लड़ सकते हैं और जीतकर अध्यक्ष बन सकते हैं।
राज्य व केंद्र सरकार से हैं अपेक्षाएं : राज्य में औद्योगिक जिले के रूप में पहचान रखने वाला सुंदरगढ़ में पिछले एक दशक में कई उद्योग ठप पड़ गए हैं। खासकर लघु-मध्यम व सूक्ष्म उद्योगों की हालत खस्ता है। इसकी वजह कई नीतियां हैं जो उद्योगों को रास नहीं आ रही। समय-समय पर चैंबर पानी, बिजली, जमीन, व अलग-अलग टैक्स के मुद्दों को विभिन्न मंचों पर उठाता रहा है। इनमें कुछ राज्य तो कुछ केंद्र सरकार से पूरे होने हैं। लिहाजा अब 2019 चुनाव खत्म होने के बाद इन बिदुओं पर दोनों सरकारों से चैंबर को ठोस पहल की अपेक्षा है।
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