गैस लीक मामले में आरएसपी के दो अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कोल केमिकल्स विभाग में विगत छह जनवरी को गैस लीक होने से चार ठेका श्रमिकों की मौत की घटना में जेएमएफसी की अदालत में कंपनी के ईडी वर्क्स पंकज कुमार एवं सीसीडी विभाग के महाप्रबंधक कमलाकांत पात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कोल केमिकल्स विभाग में विगत छह जनवरी को गैस लीक होने से चार ठेका श्रमिकों की मौत की घटना में जेएमएफसी की अदालत में कंपनी के ईडी वर्क्स पंकज कुमार एवं सीसीडी विभाग के महाप्रबंधक कमलाकांत पात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग के सहायक निदेशक मनोज मिश्र के शिकायतवाद पर यह मामला दायर किया गया है। राउरकेला के एपीपी अमूल्य कुमार पात्र प्रुष्टि के अनुसार, आरोपित अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग के उप निदेशक विभु प्रसाद के अनुसार, सीसीडी गैस पाइपलाइन में कार्बन मोनो आक्साइड जमा हुआ था। पाइपलाइन के काम में नियोजित श्रमिकों को इसकी सुरक्षा के लिए उपकरण नहीं दिए गए थे। श्रमिकों को इस काम के लिए प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया था एवं पाइपलाइन का काम करने की शैली भी गलत थी। काम करने के लिए उचित अनुमति भी नहीं ली गई थी। विभागीय मुख्य अधिकारी की जांच भी ठीक तरह से नहीं हुई थी। दूसरी ओर संयंत्र में गैस प्रबंधन व निगरानी विभाग के मुख्य अधिकारी, सीजीएम को इसके लिए जिम्मेदार नहीं माना जाना भी आश्चर्य की बात है। राउरकेला श्रमिक संघ के महासचिव प्रशांत बेहरा ने आरोप लगाया है कि इसमें सीजीएम की मुख्य भूमिका रहती है पर अधिकारी इस मामले को गंभीरता से न लेकर टालने का प्रयास कर रहे हैं। इस मामले में टांगरपाली थाने में मामला तो दर्ज किया गया है पर कार्रवाई नहीं की गई है। निलंबित तीन अधिकारियों को भी जांच के दायरे से बाहर रखा गया है। राउरकेला मजदूर सभा के महासचिव शशधर नायक ने भी जांच व कार्रवाई को लेकर सवाल उठाया है। मान्यता प्राप्त यूनियन राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हिमांशु बल ने कहा कि रिपोर्ट आ चुकी है। इस मामले में जिम्मेदार ईडी वर्क्स एवं सीसीडी के जीएम के खिलाफ कार्रवाई शीघ्र होनी चाहिए। हाइवा पलटने से गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के भीतर मंगलवार को एक और बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। माल अनलोड कर हाइवा बगैर डाला को गिराए तेज रफ्तार में जा रहा था। इसी दौरान हाइवा का डाला गैस लाइन से टकरा गया। जिससे गैस पाइप क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ हाइवा भी पलट गया। हालांकि इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
मंगलवार के पूर्वाह्न 11 से 12 बजे के बीच हाइवा माल लेकर प्लांट के एसएमएस-1 के पास पहुंचा था। यहां पर माल अनलोड करने के बाद डाला को गिराए बगैर चालक गाड़ी को भागा कर ले जा रहा था। ब्लास्ट फर्नेस के सामने गाड़ी का डाला ईएमडी गैस पाइपलाइन से टकरा गया। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि हाइवा पलट गया। इससे ऊपर से गुजरी गैस पाइप लाइन को भी क्षति पहुंची है। दुर्घटना के बाद संयंत्र की सुरक्षा टीम घटनास्थल पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का निरीक्षण शुरू किया। इस संबंध में हाइवा चालक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है। बता दें कि जनवरी माह में भी प्लांट में गैस लीक की घटना हुई थी। इस हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई थी। अब फिर एक बार हादसा होने से कंपनी में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा हो गया है।