सीएम पर वादा खिलाफी का आरोप, भाजपा करेगी विरोध
शहर की राजनीति को लेकर एक नया मुहावरा प्रचलन में आया है
जागरण संवाददाता, राउरकेला: शहर की राजनीति को लेकर एक नया मुहावरा प्रचलन में आया है। '300 करोड़ रुपये का झुननुझना, थोथा चना बाजे घना।' यह मुहावरा गढ़ा है भाजपा ने। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के राउरकेला दौरे से पूर्व भाजपा ने इसी मुहावरा को आधार बनाकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा और उनके दौरे का विरोध करने का एलान किया।
यहां आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के प्रदेश सचिव धीरेन सेनापति ने कहा कि गत 2014 में विधानसभा चुनाव से 50 दिन पहले मुख्यमंत्री ने सुंदरगढ़ जिले में शिलान्यास की झड़ी लगा दी थी। इससे पहले भी मुख्यमंत्री ने विभिन्न दौरे में घोषणाओं के अलावा कई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया था। जिसमें घोषणा केवल घोषणा तक ही सीमित रह गई। वहीं शिलान्यास के बाद से परियोजना के लिए एक पत्थर तक नहीं खिसक पाया। मुख्य मंत्री ने राउरकेला को पुलिस कमिशनेरट बनाने की घोषणा की थी। जो नहीं बना। इसके अलावा कोयल व ईब नदी पर बैराज, नदी किनारे रिगरोड आरएमसी मार्केट कांप्लेक्स, कुआरमुंडा में मेडिकल कॉलेज, ट्रक पार्किंग यार्ड, सेंट जेवियर्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट का काम केवल घोषणा व शिलान्यास तक ही सीमित है।
इसके अलावा डीप बोरवेल के लिए 1800 किसानों से 19000 रुपये का हिसाब भी सरकार नहीं दे सकी है। अब चुनाव नजदीक हैं तो अब मुख्यमंत्री शुक्रवार को राउरकेला आ रहे हैं और 300 करोड़ रुपये से भी अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। 2014 के चुनाव से पहले की घोषणा व शिलान्यास का काम अब तक नहीं हुआ। मुख्यमंत्री फिर से 300 करोड़ रुपये का झुनझुना लेकर यहां की जनता को भरमाने आ रहे है। ऐसे में भाजपा ने मुख्यमंत्री के इस दौरे का विरोध करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर भाजपा के पानपोष जिलाध्यक्ष जगबंधु बेहरा, जिला उपाध्यक्ष तपन स्वांई, सुब्रत पटनायक, राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रमिला दास, रघु बल, प्रवक्ता गंगाधर दास, दिलीप दास, अंकुश वर्मा, अजय कंसारी, प्रफुल्ल मिश्र उपस्थित थे।
भाजयुमो अध्यक्ष पद विवाद का पटाक्षेप
भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद पर अंकुश वर्मा की नियुक्ति को लेकर पानपोष जिला भाजपा दो फाड़ देखी गई थी। प्रदेश सचिव धीरेन सेनापति समेत निवर्तमान अध्यक्ष देवेंद्र वीरगंठिया ने पंथ निवास में इस नियुक्ति का विरोध करते हुए जिलाध्यक्ष पर मनमानी करने का आरोप लगाया था। जबकि उसी दिन जिला भाजपा कार्यालय में जिलाध्यक्ष जगबंधु बेहरा, निहार राय व भगवान राउत की उपस्थिति में अंकुश वर्मा का स्वागत किया गया था। गुरुवार को प्रेसवार्ता से पूर्व इस मुद्दे पर प्रदेश सचिव धीरेन सेनापति ने कहा कि इस पद के विवाद पर जिलाध्यक्ष से बात करें तो बेहतर होगा। लेकिन मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध को लेकर हुई प्रेसवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष जगबंधु बेहरा, प्रदेश सचिव धीरेन सेनापति के साथ अंकुश वर्मा भी मंच साझा किया। इससे लगता है कि इस पद को लेकर विवाद का पटाक्षेप हो गया है।