वामपंथी संगठनों ने भी बंद का पालन
पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमत तथा किसानों के मांगों के समर्थन
जागरण संवाददाता, राउरकेला : पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमत तथा किसानों के मांगों के समर्थन में सोमवार को चार वामपंथी दल माकपा, भाकपा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा एसयूसीआइ की ओर से सोमवार को आहूत 12 घंटों के भारत बंद का व्यापक असर राउरकेला में भी देखा गया। इस दौरान वामपंथियों ने बिरसा चौक में सुबह छह बजे से ही ¨रग रोड़ में पथावरोध कर वाहनों को रोका गया। जिसमें यहां पर दोपहर एक बजे तक पथावरोध करने के साथ वेदव्यास चौक में भी दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक चक्का जाम आंदोलन चलाया गया।
इस बंद में शामिल माकपा नेता विमान माइती ने कहा कि केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार की गलत नीतियों के कारण पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छू रही है। जिससे सभी वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से आम जनता भी परेशान है। जिससे सरकार को तुरंत यह बढ़ोतरी वापस लेनी चाहिये। उन्होंने सरकार से अनाज की दर कम करने, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की लगातार गिरावट पर रोक लगाने, किसानों को पूर्ण कर्ज माफी समेत धान का समर्थन मूल्य तीन हजार रुपये करने की मांग पर यह आंदोलन होने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत कम होने के बाद भी सरकार अपनी जेब भरने के लिए यह बढ़ोतरी कर रही है ताकि 2019 के चुनाव में इसे खर्च किया जा सके। इस आंदोलन को सफल बनाने में माकपा के जहांगीर अली, विपिन महंती, अजय शर्मा, विनोदिनी दास, श्रीमंत बेहरा, राजकिशोर प्रधान, सुरेंद्र दास, बसंत नायक, विश्वजीत मांझी, चंद्रभानू दास, एनएन पाणिग्राही, सलोमी ¨मज, अ¨रदम दत्ता, शुभ्रा मुखर्जी, एसयूसीआइ के विष्णु पंडा, अजित नायक, भाकपा के प्रदोष महंती, सदानंद साहु की सक्रिय भूमिका रही।