श्रीराम को पाने के लिए हनुमान जैसे भक्त बनें : कुसुम
भगवान श्रीराम की प्राप्ति केवल धूप दीप जलाने व पूजा अर्चना करने से संभव नहीं है बल्कि इसके लिए भक्त सिरोमणि हनुमान के समान साधक बनना होगा।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : भगवान श्रीराम की प्राप्ति केवल धूप दीप जलाने व पूजा अर्चना करने से संभव नहीं है बल्कि इसके लिए भक्त सिरोमणि हनुमान के समान साधक बनना होगा। लाठीकटा ब्लाक के टायंसर हनुमान मंदिर में हवन एवं सत्संग के मौके पर विहिप के वरिष्ठ नेता शांतनु कुसुम ने यह बात कही।
शांतनु कुसुम ने कहा कि मनुष्य का जीवन क्षण भंगुर है इसके बावजूद हम माया, मोह, लोभ, अहंकार में फंसे हुए हैं। आध्यात्मिक चितन से ही इससे मुक्ति मिल सकती है। ईश्वर की प्राप्ति के लिए मनुष्य जीवन के मूल उद्देश्य को समझना होगा। ऐसा नहीं होने से माया मोह के जाल में फंसकर हमारा महत्वपूर्ण समय गुजर जायेगा और इस जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति संभव नहीं होगी। इस संसार में भोग विलास व आधुनिक सुख सुविधा प्राप्त करने के साधन जुटाना ही लक्ष्य नहीं है। जीवन चक्र से मुक्ति के लिए प्रत्येक जीव को भगवान राम के शरण में जाना होगा। शांतनु कुसुम ने राम की महिमा का गुणगान करते हुए उनके आचरण का अनुसरण करने की अपील की। इस मौके पर हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद गम्हारडीह राधाकृष्ण कीर्तन मंडली के द्वारा आकर्षक संकीर्तन प्रस्तुत किया गया। इसके बाद धर्म सभा हुई। इसकी पूर्णाहुति पर अन्न प्रसाद का कार्यक्रम हुआ। इसके आयोजन में जतीन्द्र ओराम, बुधराम एक्का, अर्जुन दास, राजेन्द्र सिंह, सुमंत सिंह, भीमसेन दास, अजय दास, गणेश गौड़, महेन्द्र सिंह, विजय प्रसाद दास, दिलीप भोई, दुर्गा चरण तिर्की, मांगी ओराम, किरण देवी प्रसाद, कुंती देवी प्रसाद, लक्ष्मी खलको आदि लोगों ने अहम भूमिका निभाई।