जिला में बनेगा एक और कोविड अस्पताल
ओडिशा में दिनों-दिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने शासन-प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। इसे लेकर सुंदरगढ़ जिला में और एक कोविड-19 अस्पताल बनाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : ओडिशा में दिनों-दिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने शासन-प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। इसे लेकर सुंदरगढ़ जिला में और एक कोविड-19 अस्पताल बनाया जाएगा। इस नए और बडे कोविड-19 अस्पताल में 600 बेड की व्यवस्था होगी। इसके अलावा यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधा से लैस होगा। राउरकेला शहर के किसी एक अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी निजी अस्पतालों के प्रबंधन से विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया है। लेकिन बहुतायत निजी अस्पतालों ने इस ओर से सकारात्मक रुख नहीं दिखाया है। अधिकारियों के अनुसार, जिस अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल बनाया जाएगा। उक्त अस्पताल में लगभग एक साल तक दूसरे मरीजों का इलाज नहीं होगा। ऐसे में अस्पताल को होने वाले आíथक नुकसान को देखते हुए निजी अस्पताल प्रबंधन आगे नहीं आ रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग एनटीपीसी अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल बनाने पर भी विचार कर कर रहा है। एनटीपीसी अस्पताल प्रबंधकों के साथ स्वास्थ्य अधिकारियों की चर्चा होने की भी सूचना है। फिलहाल एनटीपीसी अस्पताल को एनटीपीसी कोविड हेल्थ सेंटर के रूप में उपयोग किया जा रहा है। इस अस्पताल को कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील करने पर सभी प्रक्रिया कम समय और धीरे-धीरे शुरु किए जाने की बात एक वरिष्ठ अधिकारी ने कही है। इधर, अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रभाव शून्य ही रहा है। प्रवासी मजदूरों के लौटने के बाद ग्रामीण क्षेत्र से भी कोरोना के मामले सामने आ सकते है। इसे देखते हुए प्रत्येक ब्लॉक में कोविड केयर सेंटर बनाए जाने का राज्य सरकार ने फैसला लिया है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। राजगांगपुर स्थित एक छात्रावास को कोविड केयर सेंटर के रूप में चिंह्नित किया गया है। यहां 150 बेड की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक कोविड केयर सेंटर में एक आयुष डॉक्टर समेत एक फार्मासिस्ट, एक स्वास्थ्य कर्मी को नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा ऑक्सीजन की भी व्यवस्था रहेगी। जांच के प्रथम चरण में मरीज में सामान्य लक्षण पाए जाने पर उनका वहां प्राथमिक उपचार किया जाएगा। कोविड हेल्थ सेंटर में संक्रमित मरीजों की हालत गंभीर होने के बाद उन्हें कोविड अस्पताल स्थानांतरण किया जाएगा। राजगांगपुर की तरह अन्य सभी ब्लॉक में कोविड केयर सेंटर के लिए जगह की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।