पदोन्नति से वंचित हुई 15 आंगनबाड़ी सुपरवाइजर
राज्य सरकार की ओर से नये साल में पदोन्नति के साथ अन्य उपहार सरकारी कर्मचारियों को दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राज्य सरकार की ओर से नये साल में पदोन्नति के साथ अन्य उपहार सरकारी कर्मचारियों को दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसके लिए विभागीय सचिवों को विशेष निर्देश दिया है। लेकिन सुंदरगढ़ जिले के समन्वित बाल विकास परियोजना से जुड़ी 15 सुपरवाइजर पदोन्नति से वंचित रह गई हैं। उनकी चरित्र पंजिका संबंधित फाइल सरकार के पास नहीं पहुंचने के कारण ऐसा होने की बात कही जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सुंदरगढ़ जिले में 30 साल से बतौर आंगनबाड़ी सुपरवाइजर काम करने वाली पदोन्नति मिलनी थी। इसके लिए महिला एवं शिशु विकास विभाग तथा मिशन शक्ति विभाग की ओर से पत्रांक 17342 दिनांक 25 नवंबर 2019 को अतिरिक्त सचिव ने जिलाधीशों को पत्र लिखा था। उनके पति एवं पिता के नाम जोड़ कर दो दिनों के अंदर सूची भेजने के लिए 27 नवंबर को सीएसडब्लूओ व सीडीपीओ को कहा गया था। विभाग की ओर से इसका उल्लंघन किया गया। इस संबंध में सुपरवाइजरों ने जिलाधीश का ध्यान आकृष्ट किया गया। पर उनकी शिकायतों पर विचार नहीं किया गया जिस कारण 15 महिला सुपरवाइजर पदोन्नति से वंचित हो गयी हैं।