संबलपुर में 227 भिखारियों की पहचान
सूबे के अन्य महानगर निगम की तरह संबलपुर महानगर निगम क्षेत्र को
जागरण संवाददाता, संबलपुर :
सूबे के अन्य महानगर निगम की तरह संबलपुर महानगर निगम क्षेत्र को भी भिखारी मुक्त करने और उनके पुनर्वास का प्रयास शुरू कर दिया गया है। निगम की ओर से अब तक 227 भिखारियों की पहचान की गई है।
इसके लिए इसी वर्ष पहली मई को एक कार्यशाला का आयोजन करने के बाद जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में बुधवार को दोबारा कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें कई पुरुष और महिला भिखारी शामिल रहे। उनसे भिक्षाटन संबंधी जानकारी मांगी गई और किस प्रकार भिक्षाटन बंद हो सकेगा यह भी पूछा गया।
भिखारियों की काउंस¨लग के दौरान अधिकारियों को पता चला कि शारीरिक अक्षमता, वृद्धावस्था, गरीबी, कामचोरी और परिवार से बाहर निकाले जाने की वजह से लोग भीख मांगकर जीवन गुजारने को मजबूर होते हैं। दिव्यांग भिखारियों को सहायक उपकरण, भत्ता, वृद्ध-वृद्धा भिखारियों को वृद्धावस्था भत्ता व राशनकार्ड आदि मिले तो उनकी संख्या और समस्या कम हो सकती है। जिला प्रशासन और महानगर निगम ने मिलकर वृद्धावस्था की वजह से भीख मांगने को मजबूर भिखारियों के लिए वृद्धाश्रम में व्यवस्था करने की योजना बनायी है।