इस्पात नगरी में 3129 फर्जी राशन कार्ड का खुलासा
आपूíत विभाग की ओर से राउरकेला महानगर निगम क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत कार्ड जारी किया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आपूíत विभाग की ओर से राउरकेला महानगर निगम क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत कार्ड जारी किया गया है। इसके जरिये लाभुक हर महीने गेहूं, चावल केरोसिन एवं सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान प्रति कार्ड एक-एक हजार रुपये बांटने के लिए जब नगर निगम के अधिकारी घरों में पहुंचे तब 3,129 कार्डधारकों का पता नहीं चला। फर्जी कार्ड के जरिये उनके नाम पर राशन सामग्री उठाकर खुले बाजार में बेचे जाने की आशंका जतायी जा रही है।
कोरोना संक्रमण एवं लॉकडाउन के दौरान आपूíत विभाग की ओर से एक साथ कार्ड धारकों को अप्रैल, मई एवं जून महीने का चावल, गेहूं एवं केरोसिन तेल का बंटन किया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से तीन महीने का प्रति व्यक्ति पांच किलो के हिसाब से 15-15 किलो चावल व प्रति कार्ड तीन महीने का तीन किलो अरहर दाल मुफ्त में दिया गया। इसके अलावा प्रति कार्ड पर एक हजार रुपये सहायता राशि भी दी गई। राउरकेला महानगर निगम एवं इस्पातांचल में कुल 67,971 कार्डधारक हैं। इनमें से सभी को एक-एक हजार रुपये सहायता राशि देनी थी। जब नगर निगम के अधिकारी राशि बांटने गये तो 3,129 कार्डधारक राशि लेने के लिए नहीं पहुंचे एवं इनके लिए स्वीकृत राशि 31,29, 000 रुपये नहीं बांटे जा सके। जबकि तीन महीने का चावल, गेहूं एवं केरोसिन तेल वे ले चुके हैं। केंद्र सरकार की ओर से 3,129 कार्ड पर 12 हजार से अधिक लोगों को चावल एवं दाल दिया जा चुका है। इसमें राशन सामग्री की हेराफेरी स्पष्ट हो रही है। इस बीच जिले के विभिन्न क्षेत्रों से सरकारी राशन दुकान के लिए आवंटित चावल की कालाबाजारी करते भी पकड़ा जा चुका है। इसकी उच्च स्तरीय जांच से बड़े घपले का खुलासा हो सकता है।