बालीशंकरा में पीड़ित युवती के साथ परिवार वालों का भी हुक्का-पानी बंद
बालीशंकरा ब्लाक अंतर्गत एक पंचायत में ग्राम साथी पद पर नियुक्ति के लिए सरपंच की शारीरिक संबंध रखने की शर्त न मानने के साथ युवती ने इस संबंध में थाने में लिखित शिकायत की है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : बालीशंकरा ब्लाक अंतर्गत एक पंचायत में ग्राम साथी पद पर नियुक्ति के लिए सरपंच की शारीरिक संबंध रखने की शर्त न मानने के साथ युवती ने इस संबंध में थाने में लिखित शिकायत की है। अब गांव के प्रभावशाली लोग युवती का साथ देने के बजाय सरपंच का साथ दे रहे हैं। ग्राम सभा में मामला न सुलझाकर थाना में शिकायत करने पर उसका सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया है।
उक्त पंचायत के ग्राम साथी की 2018 में मौत होने के बाद बेटी ने सरपंच से मिलकर पिता की जगह नौकरी देने का अनुरोध किया था। सरपंच के परामर्श पर ग्रामसभा व पल्लीसभा में प्रस्ताव भी पारित किया गया। इसके बाद युवती ने अपने भाई को ग्राम साथी बनाने का अनुरोध किया और बार बार वह कार्यालय का चक्कर काट रही थी। इसी बीच सरपंच ने नौकरी के लिए शारीरिक संबंध रखने की शर्त थी। रोजगार का कोई साधन नहीं होने के कारण पीड़िता प्रधानमंत्री आवास योजना के जीओ चेकर के रूप में काम करने लगी। 21 मई को वह बालीशंकरा ब्लाक गई थी तभी एक कर्मचारी ने ग्राम साथी पद पर नियुक्ति के संबंध में उससे पूछा। तब उसने सारी बात बता दी। इसके बाद कर्मचारी ने सरपंच से पूछताछ की तो मामला सामने आया और विवाद बढ़ गया। 22 मई को युवती ने थाने में शिकायत दर्ज करायी। इस बात को लेकर पंचायत क्षेत्र स्थित एक चर्च के समीप बैठक हुइ जिसमें पीड़िता की मां, भाई एवं बहन शामिल हुए लेकिन उसने जाने से मना कर दिया। गांव के लोगों ने सरपंच का पक्ष लिया और पीड़िता का सामजिक बहिष्कार कर दिया है। हालांकि इस मामले में अब तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई या समाधान के लिए पहल नहीं किया गया है।