फाइलों में वेदव्यास में रोप-वे, जिंदगी जोखिम में
वेदव्यास में बहु प्रतीक्षित धवलेश्वर रोप-वे योजना अधर में लटकी हुई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : वेदव्यास में बहु प्रतीक्षित धवलेश्वर रोप-वे योजना अधर में लटकी हुई है। इसके लिए समन्वित आदिवासी विकास प्राधिकरण (आइटीडीए) से छह साल पहले 13 करोड़ रुपये भी मंजूर किए गए है लेकिन जिला प्रशासन से एनओसी नहीं मिलने के कारण काम शुरू नहीं हुआ और राशि खर्च नहीं हो पायी है। यह क्षेत्र राउरकेला महानगर निगम अंतर्गत होने के कारण मामला उलझा हुआ है। रोप-वे के निर्माण से लोगों को क्या लाभ मिल सकेगा इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से रिपोर्ट मांगा गया है।
पूर्व विधायक दिलीप राय ने अपने समय में रोप-वे निर्माण कराने की घोषणा की थी। योजना बनने के बाद इससे संबंधित फाइल नगर विकास विभाग को भेजी गई थी लेकिन वहां से हरी झंडी नहीं मिलने के कारण काम शुरू नहीं हो पाया है। पानपपोष पंडा कॉलोनी के पास हाड़पका घाट से वेदव्यास मंदिर घाट तक करीब तीन सौ मीटर लंबे इस रोप-वे के लिए पूर्व मंत्री जुएल ओराम ने स्वतंत्र कोष से पहले चरण में 11 करोड़ तथा दूसरे चरण में दो करोड़ समेत कुल 13 करोड़ रुपये का प्रबंध कराया था। इसके निर्माण से राहगीरों के साथ हल्के वाहनों का भी आना जाना इस रास्ते कर सकते हैं। पर्यटन के लिए भी यह योजना लाभदायक होने के साथ ब्राह्मणी पुल पर ट्रैफिक लोड को भी कम किया जा सकता है। छेंड कालोनी, राउरकेला शहर समेत अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी रोप-वे से मंदिर तक पहुंच सकते है। लेकिन रोप-वे का निर्माण नहीं होने के कारण लोगों को नदी पार करने के लिए शिवरात्रि मेला के दौरान बांस का पुल बनाना पड़ता है जिससे हर समय किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। सैकड़ों की संख्या में लोग बांस के पुल से नदी पार कर मेला देखने पहुंच रहे हैं पर इसका स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है।