सेल के निजीकरण के खिलाफ सीटू का धरना
केंद्र सरकार की ओर से सेल अधीनस्थ एएसपी सलेम एवं भद्रावती इस्पात संयंत्र को निजी कंपनी को बेचने के प्रस्ताव का सीटू की ओर से विरोध करते हुए बिरसा चौक पर प्रदर्शन किया गया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : केंद्र सरकार की ओर से सेल अधीनस्थ एएसपी, सलेम एवं भद्रावती इस्पात संयंत्र को निजी कंपनी को बेचने के प्रस्ताव का सीटू की ओर से विरोध करते हुए बुधवार को बिरसा चौक में धरना दिया गया। धरना में सीटू नेताओं ने केंद्र सरकार के फैसले को श्रमिक विरोधी बताते हुए इस पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
सीटू संबद्ध स्टील इंप्लाइज ट्रेड यूनियन, राउरकेला कांट्रेक्टर्स वर्कर्स यूनियन, यूनाइटेड माइंस मजदूर यूनियन तथा क्योंझर माइनिग वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आयोजित इस धरना में नेताओं ने केंद्र सरकार को श्रमिक विरोधी बताया। कहा कि केंद्र सरकार की ओर से इस साल के बजट में मजदूर, किसान, बेरोजगार युवाओं तथा छोटे उद्योग व कृषि की उपेक्षा की गई है जिससे महंगाई बढ़ेगी। श्रमिक संगठनों की ओर से एएसपी, सलेम व भद्रावती इस्पात संयंत्र के निजीकरण के फैसले को वापस लेने, एनजेसीएस की बैठक शीघ्र कर नया वेतन समझौता करने व पुराने समझौते के अनुसार 6 फीसद तथा ग्रेच्युटी सीलिंग होने पर 9 फीसद पेंशन प्रदान करने, आइजीएच को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज बनाने के साथ चिकित्सक एवं नर्स की संख्या बढ़ाने, बिजली दर कम कर शहर सेवा को ठीक करने, सेल अधीनस्थ काम करने वाले सभी ठेका श्रमिकों को 20 हजार रुपये मासिक वेतन देने व छंटनी बंद करने, कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति की व्यवस्था करने आदि की मांग की है। श्रमिक संगठनों ने गुरुवार को भी धरना देने का निर्णय है। धरना में सीटू के नेता विमान माइती, बसंत नायक, लक्ष्मीधर नायक, श्रीमंत बेहरा, सुरेंद्र महांती, दिवाकर महाराणा, एनएन पाणिग्राही, संग्राम सामल, अरुप दास, विनय बेउरिया, शेखर शर्मा, मंटू छूरिया, बलिराम बेहरा, विश्वजीत मांझी, प्रभात महंती आदि लोगों ने अपने विचार रखे।