आरएमसी चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता जार्ज तिर्की का यू टर्न
राज्य सरकार से नोटिस का जवाब न मिलने से हाईकोर्ट ने पंचायत विलय तथा उससे संबंधित प्रक्रिया पर स्थगनादेश जारी किया था।
राउरकेला, जेएनएन। राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) का चुनाव न होने का मुद्दा अब गरमाने लगा है। कांग्रेस नेता जार्ज तिर्की ने निगम का चुनाव न होने के लिए राज्य सरकार की उदासीनता व निष्क्रियता को जिम्मेदार ठहराते हुए जल्द से जल्द पहल नहीं होने पर जोरदार आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है।
तिर्की पंथ निवास में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जार्ज ने कहा कि राउरकेला को महानगर निगम बनाने की घोषणा के साथ राज्य सरकार ने इसमें झारतरंग पंचायत व जलदा पंचायत को शामिल किया था। लेकिन दोनों पंचायतों के लोगों ने इसका विरोध कर हाईकोर्ट की शरण ली थी। इसे लेकर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था। लेकिन राज्य सरकार से नोटिस का जवाब न मिलने से हाईकोर्ट ने पंचायत विलय तथा उससे संबंधित प्रक्रिया पर स्थगनादेश जारी किया था। चार साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार ने न तो हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखा है और ना ही इसका समाधान करने का प्रयास किया गया।
इससे निगम का चुनाव कराने को लेकर सरकार कितनी गंभीर है, इसका पता चलता है। तिर्की ने सवाल उठाया है कि पेसा कानून का उल्लंघन कर राज्य सरकार उपरोक्त दोनों पंचायतों का विलय चाहती है, लेकिन हमीरपुर, तुमकेला, लुआकेरा, तिलकानगर व दक्षिण राउरकेला के लोग निगम में शामिल होने के इच्छुक होने के बाद भी इन अंचलों को निगम में शामिल क्यों नहीं किया जा रहा है। दूसरी ओर निगम में निर्वाचित प्रतिनिधि न होने से अंचल के लोग बुनियादी सुविधा जैसे परिमल, सड़क, बिजली से वंचित हो रहे है। निगम द्वारा अंचल में मनमाने तरीके से हो¨ल्डग टैक्स वसूला जा रहा है, जबकि बस्ती के लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना केवल फाइलों में दबकर रह गई है।
तिर्की ने आरोप लगाया है कि निगम का चुनाव न होने से बीजद के नेता अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर अपना हित साध रहे हैं। ऐसे में निगम का चुनाव कराने के लिए यदि जल्द से जल्द कोई प्रभावी पहल न हुई तो कांग्रेस व्यापक जन आंदोलन शुरू कर देगी। प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता बीरेन सेनापति, प्रशांत सेठी, जबलून एक्का, चक्र महंत, बांदे एक्का आदि शामिल थे।