मिली बैसाखी, अब स्कूल जा सकेगा अलबन
गुरुंडिया प्रखंड के कुचेइता पंचायत के केन्दुघाटी गांव की वि
जागरण संवाददाता, राउरकेला : गुरुंडिया प्रखंड के कुचेइता पंचायत के केन्दुघाटी गांव की विधवा हाना टोप्नो का 13 वर्षीय पुत्र अलबन को आखिरकार बैसाखी मिल ही गयी। अब वह उसके सहारे चलकर स्कूल जा सकेगा। 13 वर्षीय अलबन आठ महीने पहले ट्रक की चपेट में आ गया था। तब उसे गंभीर चोट लगी थी। इस हादसे में एक पैर कुचल जाने के कारण उसे काटना पड़ा। तब से उसका स्कूल जाना संभव नहीं था।
घटना 11 नवंबर 2018 को दोपहर करीब तीन बजे की है। हाना टोप्नो, पति बलतृस टोप्नो एवं पुत्र अलबन टोप्नो लाठीकटा बाजार से पैदल घर लौट रहे थे। गोपालपुर के पास तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से बलतृस की मौके पर ही मौत हो गई थी एवं अलबन गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। पति की मौत एवं बेटे को गंभीर चोट आने पर हाना टूट गई थी। बेटे के इलाज के लिए मोटी रकम की जरूरत थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता शांतनु कुसुम ने अलबन को कटक मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवा कर उसका इलाज करने की व्यवस्था की।
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. प्रसन्न देवता से मिलकर उसका ठीक तरह से इलाज कराने का अनुरोध किया। इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना से अलबन का इलाज शुरू हुआ। चिकित्सकों के प्रयास के बावजूद अलबन का पैर ठीक नहीं हुआ। आखिरकार जांघ के नीचे से काटना पड़ा। इसके लिए उसे कटक अस्पताल में 40 दिन तक रहना पड़ा। सातवीं कक्षा के अलबन को स्कूल लाना और ले जाना मां हाना के लिए मुश्किल काम था। स्कूल नहीं जाने के कारण उसकी पढ़ाई भी ठीक से नहीं हो पा रही थी। शांतनु कुसुम ने एक बार फिर उसके लिए आवश्यक बैसाखी व भत्ता के लिए जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी से अनुरोध किया। शनिवार को जिला समाजिक सुरक्षा अधिकारी के प्रयास से उसे छात्रवृत्ति एवं बैसाखी उपलब्ध कराया गया। अब वह स्कूल जाकर पढ़ाई कर सकेगा।