दूसरे दिन भी निकली प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा
शहर व आसपास में दूसरे दिन भी आधा दर्जन से अधिक जगन्नाथ मंदिर
जागरण संवाददाता, राउरकेला : शहर व आसपास में दूसरे दिन भी आधा दर्जन से अधिक जगन्नाथ मंदिरों में शुक्रवार को धूमधाम के साथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गयी। इन मंदिरों में सुबह से ही प्रभु के विभिन्न सेवा व विधि के बाद दोपहर को छेरा पहंरा के बाद चारों देवी देवताओं को रथ पर लाया गया। भक्त और भगवान से साथ चलकर मौसीबाड़ी कुंडिचा मंदिर पहुंचे। यहां नौ दिनों तक भगवान का प्रवास होगा।
झीरपानी जगन्नाथ मंदिर में शुक्रवार की शाम को भव्य रथयात्रा निकाली गयी। मंदिर से बाजार होते हुए मुख्य मार्ग से होकर गुंडिचा मंदिर तक रथ को लाया गया। गाजा-बाजा के साथ भक्त इसमें प्रभु की जयजयकार करते हुए चल रहे थे। तुमकेला जगन्नाथ मंदिर से भी शुक्रवार को परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना करने के बाद रथयात्रा निकाली गयी। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के भक्तों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। यात्रा मार्ग में जगह जगह भगवान की पूजा अर्चना की गयी। सेक्टर-1 जगन्नाथ मंदिर से निकली रथयात्रा सेक्टर क्षेत्र से होते हुए जगदा अस्पताल से होकर वाट मंगला मंदिर परिसर स्थित गुंडिचा मंदिर पहुंचा। यहां भगवान के प्रवास के दौरान हर दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं। भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा व सुदर्शन के साथ नौ दिनों तक यहां रहेंगे।
उसरा में धूमधाम से निकली रथयात्रा : कुआरमुंडा राजा के शासन काल से ही डुमरजोर पंचायत के उसरा में रथयात्रा के दूसरे दिन रथ निकाली जाती है। शुक्रवार को यहां धूमधाम से रथयात्रा निकली। यहां जमींदार के द्वारा निर्मित पुराने जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ को लेकर भक्त गुंडिचा मंदिर पहुंचे। सुबह पुजारी राजू मिश्र व लक्ष्मीनारायण साहू के द्वारा भगवान की पूजा अर्चना के बाद राजा के रूप में सरपंच सुकराम ओराम ने प्रभु का छेरा पहंरा किया। इसमें मंदिर कमेटी के राजेन्द्र कुजूर एवं अन्य लोगों ने अहम भूमिका निभायी।