जिले में 15 दिन में सात लोगों की सर्पदंश से मौत
सुंदरगढ़ जिले में सर्पदंश से 15 दिन के भीतर सात लोगों की मौत
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में सर्पदंश से 15 दिन के भीतर सात लोगों की मौत हो गई। इसमें एक बालक एवं एक किशोरी शामिल हैं। सर्पदंश के बाद अस्पताल पहुंचने के बाद भी उनकी जान नहीं बचायी जा सकी। विहिप की ओर से इस पर चिता प्रकट करते हुए बचाव के लिए अस्पतालों में इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए ठोस पहल करने की मांग जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है।
विहिप के धर्म प्रचार विभाग प्रमुख शांतनु कुसुम के साथ प्रतिनिधियों ने जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिलीप षाड़ंगी से मिले और बताया कि 18 जून को सदर थाना अंतर्गत टेटंगामाहन गांव में 25 वर्षीय कृष्ण ओराम, 21 जून को लहुणीपाड़ा ब्लाक के कुलीपोष गांव में 28 वर्षीय पुष्पा मुंडा, 27जून को बालींशंकरा के सुखा महादेव मंदिर के पुजारी 55 वर्षीय रुपन संड, तथा उसी दिन राजामुंडा के जीविका पोष गांव में 30 वर्षीय शशि किसान, लाठीकटा प्रखंड के गर्जन के झरा बस्ती में पांच वर्षीय राजवीर झरा की मौत हो गई। सोमवार को फुलझर गांव के भीमषेन महकुड़ की बेटी 15 वर्षीय कुनी महकुड़ की सर्पदंश से जान गई। सभी की मौत सर्पदंश के प्रतिरोधक दवा की कमी के कारण हुई है। झाड़फूंक कराने के बजाय लोग अब जागरूक हुए हैं एवं इलाज के लिए अस्पताल लाने के बावजूद उनकी जान नहीं बचायी जा सकी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेकर चिकित्सा कर्मियों को इसके लिए निर्देश देने का भरोसा दिया।