चुनाव से पहले दो विधानसभा क्षेत्र विधायक विहीन
सुंदरगढ़ जिले की दो अहम विधानसभा सीट बगैर विधायक के है। स्म
जागरण संवाददाता, राउरकेला: सुंदरगढ़ जिले की दो अहम विधानसभा सीट बगैर विधायक के है। स्मार्ट सिटी राउरकेला से विधायक दिलीप राय पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं अब सुंदरगढ़ के विधायक योगेश ¨सह ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है। जिले के सात विधानसभा सीटों में यह दोनों सीट अहम हैं और एक बड़ी शहरी आबादी का दोनों प्रतिनिधित्व करते थे।
बहरहाल दोनों विधायकों ने अलग-अलग कारणों से इस्तीफा देकर सुर्खियां बटोरी हैं। दिलीप राय ने लंबे अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा फिर विधायकी से अपना इस्तीफा दे दिया। राउरकेला से किए गए वादों को पूरा करने में केंद्र की भाजपा सरकार से जरुरी सहयोग नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया था। वहीं, पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए योगेश ¨सह को कांग्रेस से निलंबित किए जाने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा देने के संकेत दे दिए थे। अब उन्होंने इस्तीफा दे भी दिया है। योगेश ¨सह 24 जनवरी को झारसुगुड़ा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सभा में बीजद में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। जबकि दिलीप राय अभी बीजद में जाएंगे या किसी अन्य दल का दामन थामेंगे यह साफ नहीं हुआ है। हालांकि उनके बारे में भी कहा जा रहा है कि वे बीजद का दामन थामेंगे लेकिन अभी वक्त तय नहीं हुआ है।
पश्चिम ओडिशा में जारी है राजनीतिक हलचल: पश्चिम ओडिशा में राजनीतिक हलचल वर्ष 2018 के मध्य से ही शुरू हो गई थी। झारसुगुड़ा से विधायक व कांग्रेस नेता नवकिशोर दास का नियमित अंतराल पर मुख्यमंत्री से मिलना, राउरकेला विधायक दिलीप राय का भाजपा से अलग अपनी राह चलना तथा सुंदरगढ़ विधायक योगेश ¨सह का अपने ही पार्टी कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी। तीनों अपनी गतिविधियों से लगातार सुर्खियां बटोर रहे थे और साथ ही भविष्य की रणनीति भी तय करते जा रहे थे। 2019 नजदीक आते ही सबकुछ साफ होने लगा था और अब लगभग स्पष्ट है कि नवकिशोर दास, योगेश ¨सह बीजद का दामन थाम रहे हैं। केवल दिलीप राय को लेकर अनिश्चितता बरकरार है।