11वीं के छात्र ने लिख डाली रोहित शर्मा की बायोग्राफी
राउरकेला के अभिनव ने मैट्रिक एग्जाम के बाद तीन माह में पूरी की ‘रोहित- मैन ऑफ मास्टरक्लास’।
राउरकेला, मुकेश सिन्हा। अमूमन एग्जाम के बाद बच्चे अपना ज्यादातर वक्त खेलकूद व मौज मस्ती में बिताते हैं। लेकिन राउरकेला के अभिनव ने मिले तीन महीने के वक्त में अपने फेवरेट क्रिकेटर रोहित शर्मा की पूरी बायोग्राफी लिख डाली। इतना ही नहीं जब उन्होंने इसे किताब की शक्ल देने के लिए प्रमुख प्रकाशकों से संपर्क साधा तो एक दो नहीं बल्कि दस ने दिलचस्पी दिखाई।
अंत में कोलकाता के पावर पब्लिशर को यह मौका दिया गया। आज ‘रोहित: मैन ऑफ मास्टरक्लास’ के नाम से यह किताब ऑनलाइन व ऑफलाइन बाजार में मौजूद है। इन सबके बीच सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह रहा कि अभिनव कभी रोहित शर्मा से नहीं मिले लेकिन उनके जीवन के कई अनछुए पहलुओं को भी अपनी किताब में समेट दिया है। खुद रोहित शर्मा व उनकी पत्नी रीतिका ने अभिनव की तारीफ की है। फेसबुक व इंस्टाग्राम पर दोनों ने अभिनव की हौसला अफजाई की। इससे उत्साहित अभिनव अब लेखन के क्षेत्र में अपना नाम करना चाहते हैं। जिसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
यूट्यूब पर सुने 70 से ज्यादा इंटरव्यू
अभिनव ने इसके लिए यूट्यूब पर रोहित शर्मा के करीब सत्तर से अधिक इंटरव्यू सुने। फेसबुक पर रोहित शर्मा फैन क्लब से कई जानकारी जुटाई। जो रोहित से जड़े अनछूए पहलुओं को अपने ग्रुप में साझा करते हैं। इंस्टाग्राम में भी रोहित को फोलो किया। सभी सूचनाओं को जुटाने के बाद उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती थी तथ्यों को पुष्ट कराने की। इसके लिए उसने रोहित शर्मा के मैनेजर असीम गुप्ता से संपर्क साधा। जिनके नियमित संपर्क में रहकर अभिनव ने सभी जानकारी की पुष्टि करा ली। इसके बाद उन्हें किताब की शक्ल
दी गई।
रोहित के संघर्ष ने किया प्रेरित
क्रिकेट देखने के शौकीन अभिनव रोहित के खेल से काफी प्रभावित थे। उनका खेल देखते देखते अचानक फैन बन गए। इसके बाद रोहित से जुड़ी एक एक जानकारी एकत्र करने लगे। इस क्रम में सामान्य जानकारी से इतर गहराई में जाकर जानकारी एकत्रित करने लगे। स्कूल स्तर पर निबंध व लेख के लिए वाहावाही बटोर चुके अभिनव के दिमाग में तभी किताब लिखने का आइडिया आया। इस बीच मैट्रिक का एग्जाम आ गया। एग्जाम के बाद छुट्टी शुरू हुई तो वे किताब लिखने मशगूल हो गए।
तीन महीने में पूरी बायोग्राफी लिखकर उसे किताब की शक्ल दे दी। अभिनव बताते हैं कि उन्हें रोहित के संघर्ष ने प्रेरित किया। वे रोहित के संघर्ष व कभी हार नहीं मानने वाली जिद को दुनिया से
साझा करना चाहते थे।
लेखन के अलावा क्रिकेट खेलते हैं अभिनव
लेखन के अलावा अभिनव क्रिकेट खेलते हैं। उन्होंने एक साल का पेशेवर प्रशिक्षण भी लिया है। अलग-अलग क्लबों से भी जुड़े हैं। उनके पिता व्यवसायी हैं और परिवार वेदव्यास में रहता है। अभिनव कलुंगा स्थित सेंट ग्रीगोरियस में 11वीं के छात्र हैं। भविष्य में वह लेखक या पत्रकार बनना चाहते हैं।
खास बातें
-राउरकेला के अभिनव की इस उपलब्धि को किताब के रूप में पावर पब्लिशर ने किया प्रकाशित
-फ्लिपकार्ट और अमेजन में ऑनलाइन व बुक स्टाल्स में ऑफलाइन बिक रही किताब
-दस प्रकाशन समूहों ने दिखाई दिलचस्पी, अभिनव ने कोलकाता के पावर पब्लिशर को चुना
-मुंबई या दिल्ली में किताब के विमोचन के प्रस्ताव को ठुकराकर राउरकेला में कराया विमोचन
-फेसबुक व इंस्टाग्राम पर रोहित शर्मा व उनकी पत्नी ने सराहा, मैनेजर ने की सभी तथ्यों की पुष्टि
-रोहित शर्मा के संघर्ष और कभी हार नहीं मानने वाली जिद से दुनिया को अवगत कराना ही रहा उद्देश्य