नए साल से श्रीमंदिर में शुरू हो जाएगी ये नयी व्यवस्था
नए साल से श्रीमंदिर में टिकट दर्शन की व्यवस्था शुरू हो जाएगी और महाप्रसाद की मूल्य सूची भी तैयार की जा रही है।
पुरी, जेएनएन। नए साल से श्रीमंदिर में महाप्रसाद के लिए दर सूची लगाई जाएगी। इसके साथ ही टिकट दर्शन की व्यवस्था भी शुरू की जाएगी। यह जानकारी बुधवार को श्रीमंदिर कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन के जरिए श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक प्रदीप्त महापात्र ने दी है।
महापात्र ने कहा है कि नए साल से श्रीमंदिर में टिकट दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। इस व्यवस्था की रूपरेखा के बारे में ब्र्लू प्रिंट तैयार करने को प्रतिहारी नियोग को दायित्व दिया गया है। संपृक्त नियोग ने लगभग ब्र्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। आगामी एक सप्ताह के अंदर नियोग इसे श्रीमंदिर प्रशासन को देगा।
टिकट का दाम कितना होगा इस पर अभी विचार नहीं किया गया है। ब्र्लू प्रिंट मिलने के बाद श्रीमंदिर संचालन कमेटी टिकट दर निर्धारित करेगी। समय सामान्य दर्शन में किसी प्रकार का कोई बाधा उत्पन्न
नहीं हो इसकी पूरी ध्यान रखी जाएगी।
टिकट दर्शन करने वाले किस रास्ते से प्रवेश करेंगे और किस रास्ते से बाहर निकलेंगे उसे भी जल्द ही सुनिश्चित कर लिया जाएगा। हालांकि उन्होंने नए साल में किस तिथि से यह व्यवस्था शुरू होगी इस बात को स्पष्ट नहीं किया, लेकिन जनवरी के मध्य से शुरू करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि महाप्रसाद की दर लगभग निश्चित कर ली गई है। इस संदर्भ में सुआर-महासुआर नियोग के साथ चर्चा करने के बाद नए साल से दर की सूची आनंद बाजार के साथ श्रीमंदिर के विभिन्न जगहों पर लगा दी जाएगी।
इससे महाप्रसाद खरीदते समय भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। मुख्य प्रशासक ने इसके लिए कोई स्पष्ट तिथि नहीं बताई, लेकिन जनवरी मध्य से यह व्यवस्था लागू करने की बात उन्होंने जरूर कही है। महाप्रसाद खरीदने को लेकर बार-बार आनंद बाजार में अप्रिय स्थिति देखी जा रही थी यहां तक कि कभी-कभी भक्तों को दुव्र्यवहार का भी सामना करना पड़ता था। बार-बार आरोप मिलने के बाद श्रीमंदिर प्रशासन ने सुआर-महासुआर नियोग के साथ चर्चा कर दर सूची लगाने का निर्णय लिया है।
नए साल की भीड़ को देखते हुए श्रीमंदिर में विशेष व्यवस्था
नए साल के मौके पर पुरी आने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए श्रीमंदिर प्रशासन ने अभी से
तैयारियां आरंभ कर दी है। श्रामंदिर के मुख्य प्रशासक प्रदीप्त महापात्र ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बैरिकेडिंग लगाकर भक्तों के दर्शन की व्यवस्था करने की योजना है। मंदिर के उत्तर द्वार में बनी दुकानों को अस्थाई तौर पर हटाया जा रहा है। मंदिर से बाहर निकलते समय उत्तर द्वार से ज्यादातर भक्तों के बाहर निकलने की स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। सुरक्षा को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किए जा रहे हैं।
नए साल की भीड़ को देखते हुए नीति सब कमेटी और छतीसा नियोग के मध्य बैठक हुई है, जिसमें महाप्रभु के नीति पर फैसला लिया गया है। महापात्र ने यह भी जानकारी दी है कि श्रीमंदिर प्रशासन ने जल्द ही महाप्रसाद के दर का निर्धारण कर इसकी सूची प्रदर्शित करेगा। साथ ही भक्तों के लिए परिमाणिक दर्शन की
भी व्यवस्था की जाएगी। यह दर्शन एक निश्चित मूल्य चुकाकर ही किया जाता है। इसके पक्ष में दलील देते हुए मुख्य प्रशासक ने कहा कि देश के प्रमुख मंदिरों में देय युक्त दर्शन की सुविधा है। इससे मंदिरों के आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।