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जैन, सिख, बौद्ध धर्मावलंबियों को हिंदू घोषित करे सरकार : शंकराचार्य

भारत के संविधान की धारा 25 के मुताबिक जैन सिख बौद्ध धर्मावलंबी को हिंदू परिभाषित किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Aug 2019 04:32 PM (IST)Updated: Mon, 12 Aug 2019 06:39 AM (IST)
जैन, सिख, बौद्ध धर्मावलंबियों को हिंदू घोषित करे सरकार : शंकराचार्य
जैन, सिख, बौद्ध धर्मावलंबियों को हिंदू घोषित करे सरकार : शंकराचार्य

जासं, पुरी : भारत के संविधान की धारा 25 के मुताबिक जैन, सिख, बौद्ध धर्मावलंबी को हिंदू परिभाषित किया गया है। बावजूद इसके सत्ता, पद के लालच में नेता इन्हें अल्पसंख्यक घोषित कर हिंदुओं को बांटने में लगे हुए हैं। अस्तित्व को खत्म करने के लिए कुछ षडयंत्रकारी नेता इस तरह के षडयंत्र रच रहे हैं। अपनी सुरक्षा तथा पद के लिए ये नेता हिंदुओं को टुकड़ी में बांटने से पीछे नहीं हट रहे हैं। यह बात गुरुवार को पुरी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जगतगुरु गोव‌र्द्धनपीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कही। शंकराचार्य ने कहा कि इस संदर्भ में धारा 25 को कार्यकारी कर हिंदुओं को एकजुट करने के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए।

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जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि सनातन धर्म पूरी दुनिया को मार्गदर्शक है। कंप्यूटर, राकेट के युग में भी सनातन धर्म का महत्व बना हुआ है। ऐसे में देश के सामूहिक हित के लिए संविधान की धारा 25 को कार्यकारी करने के लिए शंकराचार्य ने शासक दल एवं विपक्षी दलों से अनुरोध किया है। शंकराचार्य ने कहा है कि जैन, सिख, बौद्ध धर्म के मानने वाले लोगों की पुनर्जन्म में आस्था है। सनातन धर्म में इनका अटूट विश्वास है। ऐसी स्थिति में भारतीय संविधान की धारा 25 में इन्हें हिंदू घोषित किया जाए। दलाई लामा द्वारा खुद को हिंदू न मानने पर शंकराचार्य ने उनकी भी समालोचना की है। शंकराचार्य ने कहा कि जैन, बौद्ध, सिख आदि धर्मावलंबियों को ंिहंदू घोषित किया जाता है तो फिर विश्व में हिंदुओं की संख्या दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगी। केंद्र सरकार ने जिस प्रकार से धारा 370 को हटाकर ऐतिहासिक कदम उठाया है उसी तरह से धारा 25 को भी सरकार को विचार में लेना चाहिए।


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