साढ़े तीन साल में हिन्दू राष्ट्र घोषित होगा भारत: भारतीय परंपरा को पुन: स्थापित करने को शंकराचार्य जी कर चुके हैं उद्घोषणा
जगत गुरू शंकराचार्य जी ने पिछले सप्ताह ही भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर दिया है। इसके लिए ग्रामीण स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है। एक रुपया और एक घंटे का समय हर हिन्दू परिवार से निकालकर पैसे का सदुपयोग हो ऐसी व्यवस्था की जा रही है।
पुरी, जागरण संवाददाता। भारत साढ़े तीन साल में हिन्दू राष्ट्र घोषित होगा। इसके लिए गांव, पंचायत, ब्लाक, जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर आदित्य वाहिनी के संगठन को मजबूत किया जा रहा है। साप्ताहिक एवं मासिक गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। स्वध्याय संगोष्ठी, सत्संग एवं सेवा के प्रोजेक्ट घर-घर में चलाया जाने की बात आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पी.सी.झा ने दैनिक जागरण के साथ हुई विशेष बातचीत के दौरान कही है।
आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष झा ने कहा कि गोबर्द्धन पीठ के पीठाधीश्वर जगत गुरू शंकराचार्य जी ने अपने दिव्य रूप से पिछले सप्ताह ही भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर दिया है। धर्म नियंत्रित, पक्षपात मुक्त, शोषण मुक्त, सर्वजन हिताय, सनातन शासन तत्र को भारत में स्थापित करना है। इसमें अन्य धर्मसंप्रदाय के लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए हिन्दुओं के अस्तित्व की रक्षा, देश की अखंडता शामिल है। उन्होंने कहा कि इसके लिए ग्रामीण स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है। एक रुपया और एक घंटे का समय हर हिन्दू परिवार से निकालकर, पैसे का सदुपयोग उस गली मोहल्ले के विकास में लगे, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। शास्त्र में वर्णित है कि हम अपनी 80 प्रतिशत समस्या मिलकर खत्म कर कते हैं। 16 प्रतिशत राज्य सरकार एवं 4 प्रतिशत केन्द्र के द्वारा किया जा सकता है। प्रत्येक समाज यदि प्रबुद्ध होगा, तो भारत का निर्माण हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि सवा लाख आदित्य वाहिनी की सेना तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। बांग्लादेश के प्रतिनिधि ने वहां सभी 64 जिले में संगठन को मजबूत करने का विचार रखा। झा ने बताया कि हाल ही में जगतगुरू शंकराचार्य जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए आदित्य वाहिनी के अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार में 52 देश से 204 लोगों ने भाग लेकर अपने अपने विचार रखे। पहले चरण में भारत, नेपाल, भूटान को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने पर चर्चा हुई। इस अवसर पर राजस्थान, पंजाब, बिहार, केरल, उत्तर प्रदेश, बांग्लादेश, हरियाणा, कर्नाटक, असम, त्रिपुरा, महाराष्ट्र आदि प्रांतों से जुड़े पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार रखे। नेपाल के हिन्दूवादी संगठन ने शंकराचार्य जी के सानिध्य में आने का निर्णय लिया है। जगतगुरू शंकराचार्य जी ने कहा कि हम अपनी तरफ से नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित करते है।