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पुरी के केडीएम अस्पताल परिसर से 10 मानव खोपड़ी बरामद

समुद्रकुल थाना पुलिस ने रविवार को पुरी रेलवे स्टेशन के पास केडीएम अस्पताल परिसर में पीले रंग के प्लास्टिक बोरे में दस मानव खोपड़ियां बरामद की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 04:23 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 04:23 PM (IST)
पुरी के केडीएम अस्पताल परिसर से 10 मानव खोपड़ी बरामद
पुरी के केडीएम अस्पताल परिसर से 10 मानव खोपड़ी बरामद

जागरण संवाददाता, पुरी : समुद्रकुल थाना पुलिस ने रविवार को पुरी रेलवे स्टेशन के पास केडीएम (कमला देवी मातृ मंगल) अस्पताल परिसर से पीले रंग के एक प्लास्टिक बोरे में रखी 10 मानव खोपड़ी बरामद की है। इस घटना के बाद अस्पताल समेत पूरे शहर में हड़कंप मच गया।

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घटना रविवार सुबह करीब 9:30 बजे के आसपास की है। अस्पताल परिसर में झाड़ियों के बीच पीले रंग के प्लास्टिक बोरे को देखकर एक कर्मचारी ने इस बात की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दी। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जानकारी समुद्रकुल थाना पुलिस को दी गई। इसके बाद समुद्रकुल थाना पुलिस एवं साइंटिफिक टीम ने मौके पर पहुंच गई और जांच पड़ताल शुरू की। बाद में पुलिस मानव खोपड़ी से भरे बोरे को जब्त कर अपने साथ लेकर गई।

अस्पताल परिसर में एक साथ दस मानव खोपड़ी बरामद होने के बाद से वहां कॉलोनी में रहने वाले लोगों एवं इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती रोगियों में भय का माहौल बन गया है। इस संबंध में अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि अस्पताल परिसर में बोरा देखते ही थाना को सूचित कर दिया। यह बोरा किसने रखा और कब रखा इस संबंध में हमें कोई जानकारी नहीं मिली। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि हर दिन शाम को अस्पताल परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है। यहां पर बैठकर कुछ लड़के नशीले द्रव्य का सेवन करते हैं। हो सकता है कि यह हरकत उन्हीं लोगों में से किसी की हो। इस बीच पुलिस का मानना है कि किसी आदमी ने पकड़े जाने के भय से जानबूझकर अस्पताल परिसर में मानव खोपड़ी से भरे बोरे को झाड़ियों के बीच फेंक दिया होगा।

इधर, अस्पताल परिसर में एक साथ इतनी संख्या में मानव खोपड़ी बरामद होने से तरह तरह के सवाल पैदा हो गए हैं। फिलहाल सबसे बड़ा सवाल सही बना हुआ है कि आखिरकार किसने और क्यों इन मावन खोपडि़यों को अस्पताल परिसर में फेंका। साथ ही यह भी कि इतनी संख्या में मानव खोपड़ी कहां से और किस उद्देश्य के लिए लाई गई थी। माना जा रहा है कि यह हरकत मानव हड्डियों की तस्करी करने वाले व्यक्ति या फिर तांत्रिक की हो सकती है। वहीं कुछ लोग इसे किसी बड़े हत्याकांड से भी जोड़कर देख रहे हैं। ऐसे लोगों का मानना है कि हत्या को अंजाम देने के बाद प्रमाण नष्ट करने के लिए इन मानव खोपड़ियों को यहां पर फेंक दिया गया। इस संबंध में समुद्रकुल थाना पुलिस अधिकारी विश्व रंजन सेनापति ने कहा है कि फिलहाल कुछ भी कयास लगाना जल्द बाजी होगी। हमने मामला दर्ज कर लिया है, छानबीन चल रही है।


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