पुरी के बिस्वजीत नायक ने 975 आइसक्रीम स्टिक से तैयार किया महाप्रभु जगन्नाथ का रथ, देखें आकर्षक तस्वीरें
महाप्रभु की रथयात्रा से चंद रोज पहले ही पुरी में रहने वाले कलाकार बिस्वजीत नायक ने 975 आइसक्रीम स्टिक से भगवान का रथ तैयार किया है। इससे पहले बिस्वजीत ने 1475 आइसक्रीम स्टिक की मदद से भगवान जगन्नाथ की गजानन वेश की मूर्ति तैयार की थी।
पुरी, एएनआइ। ओडिशा में भगवान जगन्नाथ के प्रति लोगों की आस्था देखते ही बनती है, ऐसा माना जाता है कि यहां के कण-कण में महाप्रभु का वास है। आगामी 12 जुलाई को पुरी में महाप्रभु का पावन रथयात्रा निकाली जाएगी। रथयात्रा से पहले यहां के एक कलाकार बिस्वजीत नायक ने रथयात्रा से पहले 975 आइसक्रीम स्टिक के साथ भगवान जगन्नाथ का रथ तैयार किया है।
नायक ने बताया कि मैंने आइसक्रीम स्टिक से महाप्रभु के रथ का छोटा सा मॉडल तैयार किया है। भगवान के रथ के अनुसार ही मैंने इसमें सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया है। कलाकार विश्वजीत नायक ने बताया इस रथ में 16 पहिए और चार घोड़े हैं। इसे पूरा करने में पांच दिन का समय लगा है।
बता दें कि इससे पहले पुरी के रहने वाले बिस्वजीत नायक स्नान पूर्णिमा के मौके पर 1475 आइसक्रीम स्टिक की मदद से भगवान जगन्नाथ की गजानन वेश की एक छोटी मूर्ति तैयार की थी। यह मूर्ति 30 इंच लंबी और 26 इंच चौड़ी थी। इसके निर्माण में 15 दिन का समय लगा था। मूर्ति देखने में बेहद आकर्षक और प्यारी थी।
बता दें कि, स्नान पूर्णिमा से पहले बुधवार शाम ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर में रोशनी की गई थी। ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ से जुड़ा ये त्योहार राज्य में प्रतिवर्ष मनाया जाता है और पुरी के अलावा अन्य स्थानों पर भी रथयात्रा निकाली जाती हैं। लेकिन कोरोना महामारी के कारण मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने ओडिशा में अन्य स्थानों से निकलने वाली रथयात्राओं की अनुमति के लिए दायर की गई याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
पिछले साल की तरह इस बार भी केवल पुरी में ही महाप्रभु की रथयात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी जाएगी और भक्तों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली है। भक्तों के छत पर यात्रा देखने पर भी रोक लगा दी गई है। रथयात्रा का सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर टेलीकास्ट किया जाएगा। भक्तों से अनुरोध किया गया है कि वह घर में रहकर ही टीवी पर महाप्रभु की पावन रथयात्रा का दर्शन कर सकते हैं।