उपनिषद में ब्रह्मंातत्व आलोचनाचक्र
पुरी : श्रीजगन्नाथ संस्कृत विश्व विद्यालय के स्नातकोत्तर अद्वैत वेदांत की तरफ से उपनिषद में ब्रह्मंा तत्व शीर्षक आलोचनाचक्र सम्पन्न हो गई है। विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो.प्रभात रंजन महापात्र इस आलोचनाचक्र में अध्यक्षता किए थे। मुख्य अतिथि के रूप में योगदान किए थे सर्वदर्शन विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. प्यारी मोहन पटनायक। मानित विश्व विद्यालय राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान सदाशिव परिसर के वेदांत विभाग आचार्य प्रो.भगवान सामन्तराय मुख्य वक्ता के रूप में योगदान देते हुए उपनिषद में वर्णित निर्विशेष ब्रह्मंातत्व पर चर्चा किए। न्याय विभाग के आचार्य प्रो.कमलेश मिश्र, सम्मानित अतिथि के रूप में योगदान किए थे। विभाग के मुख्य प्रो.नारायण आचार्य के निदेशना में अनुष्ठित इस आलोचनाचक्र में अद्वेत वेदांत विभाग के विद्या बारिधि विशिष्ट आचार्य और आचार्य कक्ष के 20 छात्र-छात्रा अपने स्वरचित प्रबन्ध पाठ किए थे। कार्यक्रम में कुमारी हिलिना दास ने संयोजना किया। परेश सामन्तराय अन्त में धन्यवाद ज्ञापन किए। विभाग के अन्यतम आचार्य डा.सर्वानंद मिश्र द्वारा शांति मंत्र पाठ किया गया था। विभाग के सभी छात्र-छात्रा सामयिक रूप से वेदांत गुरु परंपरा पाठ किए थे।
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