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आईसीसी का एमएसएमई एग्रो पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

आईसीसी का एमएसएमई एग्रो पर अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Apr 2022 01:32 PM (IST)Updated: Sat, 02 Apr 2022 01:32 PM (IST)
आईसीसी का एमएसएमई एग्रो पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित
आईसीसी का एमएसएमई एग्रो पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

आईसीसी का एमएसएमई एग्रो पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

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जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : इंडियन चैंबर आफ कामर्स, ओडिशा स्टेट काउंसिल के को-चेयरमैन और उद्योगपति महेंद्र गुप्ता ने कहा कि ओडिशा में कृषि के क्षेत्र में आपार संभावनाएं हैं। ओडिशा में लगभग 30-40 कृषि उत्पाद नष्ट हो जाते हैं। यदि सही तरीके इस पर काम किया जायेगा, तो उद्योगपतिओं को फायदा होगा, अपित ओडिशा के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। राजधानी में आइसीसी की ओर से आयोजित एमएसएमई एग्रो पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में अतिथि के स्वागत पर राज्य में कृषि संभावनाओं पर महेंद्र गुप्ता उपस्थित उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे। गुप्ता ने युवा उद्यमियों से राज्य के पिछड़े तथा ग्रामीण इलाकों को सशक्त बनाने का आह्वान करते हुए राज्य में उत्पलब्ध कृषि उत्पादों को रेखांकित किया तथा कहा कि इसे अवसर में तब्दील करने की क्षमता युवाओं के पास है।

इस कार्यक्रम में ओडिशा कृषि विश्वविद्यालय के वीसी पवन कुमार अग्रवाल, एग्रो एंड फूड प्रोसेशिंग कमेटी, आईसीसी स्टेट काउंसिल तथा एमआईटीएस मेगा फूड पार्क के प्रबंध निदेशक श्रीराम पंडा, एग्रो एंड फूड प्रोसेशिंग कमेटी, आईसीसी स्टेट काउंसिल के मेंटर तथा एसएनएम ग्रुप के चेयरमैन प्रदीप्त मोहंती, एमएसएमई-डीआइ के संयुक्त निदेशक पवन कुमार गुप्ता ने राज्य में कृषि क्षेत्र में संभावनाएं, एमएसएमई की योजनाएं और नये अवसर पर प्रकाश डाला। इस दौरान वाबग थाइलैंड के सीईओ अनिल कुमार श्रावत तथा श्रीलंका के पेराडेनिया विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट के फेकल्टी तथा वरिष्ठ व्याख्ता डा ए माहेश्वरण ने अपने-अपने देशों में सरकार की नीतियों और एक्सपोर्ट के अवसरों को रेखांकित किया। राज्य सरकार के एमएसएमई विभाग के संयुक्त निदेशक प्रभुव चौधरी ने उद्योग जगत को दिये जाने वाले विभागीय प्रोत्साहन के बारे में प्रकाश डाला। इस दौरान सीएसआइआर-केंद्रीय खाद्य तकनीकी शोध केंद्र की डाक्टर टी ज्योतिर्मयी तथा आईसीएआर-आइआएचआर के प्रमुख वैज्ञानिक डा पी श्रीनिवास ने कृषि उद्योगों के लिए उपलब्ध तकनीकी सुविधाओं पर अपने-अपने अनुभवों को साझा किया। सम्मेलन का दूसरा सत्र तकनीकी पर आधारित था, जिसमें संबंधित क्षेत्रों के उपस्थिति विशेषज्ञों ने उपस्थित उद्योगपति के सवालों को सटिक जवाब देकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।


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