Move to Jagran APP

सूचना अधिकार के तहत जानकारी नहीं मिलने पर कटक नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन

सूचना अधिकार तथ्य ना मिलने के प्रतिवाद में ओड़ीसा सूचना अधिकार अभियान की ओर से कटक नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 May 2022 01:42 PM (IST)Updated: Fri, 13 May 2022 01:42 PM (IST)
सूचना अधिकार के तहत जानकारी नहीं मिलने पर कटक नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन
सूचना अधिकार के तहत जानकारी नहीं मिलने पर कटक नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन

सूचना अधिकार के तहत जानकारी नहीं मिलने पर कटक नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन

loksabha election banner

जासं, कटक: राज्य भर में 5-टी शासन के तहत सब कुछ चल रहा है। फिर गोपनीयता क्यों? यह सवाल करते हुए ओडिशा सूचना अधिकार अभियान कटक जिला की ओर से शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया गया। कटक नगर निगम कार्यालय के सामने ओडिशा सूचना अधिकार अभियान के कटक जिला संयोजक जितेंद्र साहू की अगवाई में हुए आंदोलन में काफी संख्या में अभियान के कार्यकर्ता शामिल हुए। सूचना आवेदन को 200 दिन बीत जाने के बावजूद यहां तक कि तीन तीन बार पहला अपील करने के बाद भी अपील की ऑर्डर कॉपी या सूचना तथ्य नहीं मिल रहा है। ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए अभियान की ओर से यह आंदोलन छेड़ा गया है।

ओडिशा सूचना अधिकार अभियान के कटक जिला संयोजक जितेंद्र साहू के मुताबिक कटक शहर के विकास व सुंदरीकरण के लिए करोड़ों रुपये शहर में खर्चा किया जा रहा है। लोगों के टैक्स की रकम से नगर निगम की ओर से वह सब कार्य किया जा रहा है। लेकिन मो सरकार 5-टी शासन की स्वच्छता उसमें नहीं नज़र आ रहा है। यह आरोप ओडिशा सूचना अधिकार अभियान ने लगाया। घोटालों के बारे में सूचना अधिकार के दम पर कानून के तहत आवेदन करने के बावजूद भी आवश्यक तथ्य तय समय सीमा के अंदर नहीं मिल रहा है। यहां तक की फर्स्ट अपील में निर्दिष्ट विभाग के अधिकारी मौजूद नहीं रह रहे हैं। उसे भी 15 से 20 दिन बीत जाने के बावजूद यहां तक की तीन 3 बार फर्स्ट अपील होने के बावजूद ऑर्डर कॉपी या संपूर्ण तथ्य जानबूझकर नहीं दिया जा रहा है। सीएमसी के अधिकारी और कर्मचारी मिलजुल कर भ्रष्टाचार में डूबे हैं। सीएमसी के अधिकारी सूचना अधिकार कानून को नजरअंदाज कर रहे हैं। यहां तक कि कई जगहों पर सूचना अधिकार कर्मियों द्वारा मांगे जाने वाली तथ्य देने से अधिकारी और ठेकेदार के बीच होने वाली भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो जाएगा। इसलिए कई बार सूचना अधिकार के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के नाम को गोपनीय रखने के बजाय उससे ठेकेदार को दी जा रही है। जिसके चलते कई बार सूचना अधिकार कार्यकर्ताओं को हत्या की धमकी मिल रही है। कई जगहों पर उन्हें आक्रोश का शिकार होना पड़ रहा है। यहां तक कि कई जगह पर झूठा केस में उन्हें फंसाया जा रहा है। यह कहा है जितेन्द्र साहू ने।

कटक नगर निगम में होने वाली भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए सूचना अधिकार कार्यकर्ताओं को सूचना ना देकर मानसिक और शारीरिक पर पर यातना दी जा रही है। ऐसे में सीएनसी के कमिश्नर और नियर से अभियान की ओर से सवाल किया गया है कि, क्यों नहीं सूचना अधिकार के दम पर तमाम सूचना नहीं मिल रहा है। इस मुद्दे को लेकर आने वाले दिनों में भी ओड़ीसा सूचना अधिकार अभियान आंदोलन को जारी रखेगा, यह चेतावनी आभियान की ओर से दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.