Move to Jagran APP

750 किलो से ध्वस्त की गई 256 मीटर ऊंची और 50 मीटर चौड़ी विशालकाय चिमनी, 15 लाख रुपये का आया खर्च

ढेंकानाल जिला के मोटंगा स्थित 256 मीटर ऊंची और 50 मीटर चौड़ी विशालकाय चिमनी को तोड़ने में 750 किलो का इस्‍तेमाल किया गया और इसमें पूरे आधे घंटे का वक्‍त लगा। इस पूरी प्रक्रिया में 15 लाख रुपये का खर्च आया है।

By Sheshnath RaiEdited By: Arijita SenPublished: Mon, 19 Dec 2022 05:15 PM (IST)Updated: Mon, 19 Dec 2022 05:15 PM (IST)
750 किलो से ध्वस्त की गई 256 मीटर ऊंची और 50 मीटर चौड़ी विशालकाय चिमनी, 15 लाख रुपये का आया खर्च
256 मीटर ऊंची और 50 मीटर चौड़ी विशालकाय चिमनी को किया गया ध्‍वस्‍त

जासं, भुवनेश्वर। ढेंकानाल जिला के मोटंगा स्थित 256 मीटर ऊंची और 50 मीटर चौड़ी विशालकाय चिमनी को तोड़ दिया गया है। इस चिमनी को तोड़ने के लिए करीब 750 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। यह विशाल अनुपयोगी चिमनी ढेंकनाल जिले के मोटांगा थाने के अंतर्गत कुरुंडी के पास स्थित थी।

loksabha election banner

दुनिया में पहली बार हुआ ऐसा वाक्‍या

इस चिमनी का निर्माण लानको कंपनी ने 2010 में किया था। हालांकि चिमनी निर्माण के बाद कंपनी ने अपना कार्य शुरू नहीं कर पायी और बाद में इस बेच दिया। कंपनी के लिए यह चिमनी अनुपयोगी होने के कारण इसे ध्वस्त कर दिया गया है। वहीं दिल्ली से आई विशेषज्ञों की टीम के मुताबिक, पूरी दुनिया में पहली बार इतनी बड़ी चिमनी को तोड़ा गया है।

तीसरे प्रयास में टीम को मिली सफलता

मिली जानकारी के मुताबिक इस चिमनी को तोड़ने के लिए प्रशासन की तरफ से चिमनी खरीदने वाली साफ्रोन रिसोर्सेस कंपनी को दायित्व दिया गया था। हालांकि यह बात जानने के बाद लोगों ने खतरे की आशंका को देखते हुए विरोध किया। प्रशासन ने लोगों को समझा बुझाकर चिमनी को तोडने का कार्य आगे बढ़ाया गया। इस विशालकाय चिमनी को मिट्टी में मिलाने के लिए दो बार डायनामाइट का इस्तेमाल किया गया। इसके बावजूद विशेषज्ञ टीम विफल रही। आज के प्रयास के बाद टीम को सफलता मिली है।

चिमनी को टूटने में लगा 30 मिनट का समय

इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात तहसीलदार वाणीनिवेदिता साहू ने कहा है कि चिमनी 285 फुट ऊंची थी। इसे तोड़ने के लिए दो-दो बार प्रयास किया गया और 30 मिनट में चिमनी टूट गई है। चिमनी को तोड़ने से पहले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया था।

15 लाख रुपये के विस्‍फोटक से चिमनी का काम तमाम

विशेषज्ञ टीम के सदस्य आनंद शर्मा ने कहा है कि 12 सदस्यीय सहयोगी टीम के साथ अन्य कर्मचारी शामिल थे। चिमनी के वजन का सटिक अनुमान ना लगने के कारण इससे पहले दो बार विशेषज्ञों के तोड़ने का प्रयास विफल हो गया था। तीसरी बार सफलता मिली है। इस चिमनी को तोड़ने के लिए जो विस्फोटक लगाया था उसका मूल्य करीबन 15 लाख रुपया है। वहीं दुसरी तरफ टुटने के बाद इस चिमनी के टुकड़े मूल स्थान से करीबन 500 मीटर तक जा गिरे थे। इसके जो कचरा निकला है उसे हटाने के लिए 10 जेसीबी मशीन का प्रयोग किया गया है।

स्‍कूल में प्रतियोगिता के दौरान हादसे का शिकार हुआ छात्र, गर्दन में घुसा नुकीला भाला, सीएम पटनायक ने ली हालचाल

Odisha Crime news: घर में फंदे से लटकता मिला ASI का शव, पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर कर रही छानबीन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.