यहां 24 सुहागनों के साथ-साथ पांच पुरुषों को भी मिल रहा है विधवा भत्ता
सरकारी योजना का लाभ उठाने के लिए लोग किसी भी प्रकार की धांधली करने से नहीं चूकते एक ऐसा ही मामला झिरलापाली पंचायत का सामने आया है।
झारसुगुड़ा, जेएनएन। केंद्र व राज्य सरकार ने गरीब, विधवा व दिव्यांग लोगों के लिये विभिन्न प्रकार के भत्ता की व्यवस्था की गयी है। लेकिन इन सरकारी योजना का लाभ लेने के लिये कितनी धांधली की जाती है, इसका उदाहरण कोलाबिरा ब्लाक के झिरलापाली पंचायत है। यहां सामाजिक समीक्षा से पता चला है कि यहां चार मृतकों के नाम से एक दशक से भत्ता लिया जा रहा है। हद तो यह हो गयी है कि 24 सुहागन महिलाओं के साथ-साथ पांच पुरुषों को भी विधवा भत्ता प्रदान किया जा रहा है।
झिरलापाली पंचायत की ग्राम सभा में हुई सामाजिक समीक्षा में स्थानीय ग्रामीणों के साथ सोशल आडिटर तूफान कुमार नायक, पंचायत नोडल एवं डब्ल्यूईओ प्रमोद कुमार पंडा, सरपंच दुबराज नायक व पीईओ सरोज कुमार नायक शामिल थे। जिसमें लाभुकों को मिलनेवाले भत्ते को लेकर सामाजिक समीक्षा की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बताया गया कि झिरलापाली गांव के नीलमणि राव, वनमाली सा, मधु मांझी, पंडकीमाल गांव के गोपी खिचिड़ा व बड़बहाल गांव के दुतिया किसान को पुरुष होने के भी विधवा भत्ता प्रदान की
जा रही है।
इसके समेत झिरलापाली गांव की सुशीला महापात्र, मैथली बादी, चंदन तोला षंड, निद्रावती पटेल, लता राव, प्रियावत राव, चंदावती मांझी, कैलाशनी बढ़ई, पायनबुड़ी मांझी व हेमा मांझी, पंडकिमाल गांव की सुकुन पटेल, किया नायक, कनक लुहा, उरकुली र्गडिया, आडापारा की मल्ली छछान, पान छत्रिया,
गीतांजलि छछान, रायचबारी दंडसेना, शांति लता छछान, बड़बहाल गांव की गौरी नायक, सुमिता जगत व कुणरुसिंघा गांव की ललिता खारसेल, शुक्रावती नायक, विष्णुप्रिया नायक, राजकुमारी भैयसा, राधा खारसेल व दमयंती लरिया के पति जिंदा हैं बावजदू इन्हें विधवा भत्ता का लाभ मिलने का आरोप लगाया
गया। इन सभी को विगत आठ से दस सालों से यह भत्ता मिल रहा है। समीक्षा बैठक में भत्तों को लेकर जो बात सामने आयी है। उनकी जांच होने के बाद यदि यह सही पाया गया तो संबद्ध अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तूफान कुमार नायक, सोशल आडिटर सामाजिक समीक्षा में जो बात सामने आयी है, वह किस समय के हैं, वह ब्लाक कार्यालय से पता चल सकेगा। मैं यहां विगत तीन साल से सरपंच हूं, लेकिन मेरे रहते कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
दूबराज नायक, सरपंच, झरियापाली
मुझे तो पंचायत में एक ही वर्ष हुआ है। जिससे इन सबके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
सरोज नायक, पीईओ, झिरलापाली पंचायत