प्रस्तावित पत्थर खदान का ग्रामीणों ने किया विरोध
बामड़ा तहसील के किनाबगा पंचायत स्थित डंगाजोर गांव में तहसील द्वारा प्रस्तावित पत्थर खदान की मंजूरी के लिए बीजू बाघ की अध्यक्षता में विशेष ग्रामसभा आहुत की गई। ग्रामसभा में बामड़ा के तहसीलदार ने 18 अक्टूबर को जारी की गई सूचना के माध्यम से डंगाजोर गांव के 3.12 एकड़ जमीन पर स्थित पत्थर खदान को तहसील द्वारा अधिग्रहण करने के प्रस्ताव की मंजूरी को लेकर चर्चा की गई।
संसू, बामड़ा : बामड़ा तहसील के किनाबगा पंचायत स्थित डंगाजोर गांव में तहसील द्वारा प्रस्तावित पत्थर खदान की मंजूरी के लिए बीजू बाघ की अध्यक्षता में विशेष ग्रामसभा आहुत की गई। ग्रामसभा में बामड़ा के तहसीलदार ने 18 अक्टूबर को जारी की गई सूचना के माध्यम से डंगाजोर गांव के 3.12 एकड़ जमीन पर स्थित पत्थर खदान को तहसील द्वारा अधिग्रहण करने के प्रस्ताव की मंजूरी को लेकर चर्चा की गई। हालांकि ग्राम सभा में ग्रामीणों ने पत्थर खदान के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया। पत्थर खदान के चारों ओर खेती की जमीन है। खदान का दोहन होने से परिवेश, जंगल, जीव-जंतु व भूमिगत जलस्त्रोत पर असर पड़ेगा। इसलिए ग्रामसभा में खदान की नीलामी न कर सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया। ग्रामसभा में बामड़ा तहसीलदार अनिल कुल्लू, सुपरवाइजर सत्यनारायण दास, गरपोष राजस्व निरीक्षक गीतांजलि नायक, गेब्रियल बारला, किनाबगा सरपंच नियरजान लुगून, वार्ड मेंबर पवित्र मोहन पटेल, मंजूलता टोप्पो उपस्थित थे। जिलाधीश ने किया राजपुर पंचायत का दौरा : शनिवार को झारसुगुड़ा जिलाधीश सरोज कुमार सामल ने झारसुगुड़ा ब्लॉक के राजपुर पंचायत स्थित विभिन्न गांवों का दौरा कर ग्राम वासियों की समस्याओं की जानकारी ली और उन्हें संबंधित समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। इस क्रम में उन्होंने पंचायत के देवगांव के सर्गिमाल, डुंगरिपाड़ा व बंधलीपाड़ा इत्यादि इलाकों में ग्रामीणों की समस्याओं की जानकारी ली। डुंगरीपाड़ा वासियों ने पेयजल की समस्या की ओर जिलाधीश का ध्यान आकृष्ट कराया। जिलाधीश ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इलाके में अविलंब डीप बोरिग की सुविधा उपलब्ध कराएं। साथ ही नदी तट पर स्नान करने के लिए घाट पर सीढि़यों का निर्माण कराएं। इस दौरान डीआरडीए के प्रकल्प निदेशक तपीराम मांझी, अभियंता डी देहुरी, राजपुर सरपंच जतीन देव, समिति सदस्य गणेशराम बाग समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।