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रोड सेल कोयला लोडिंग को लेकर ट्रक मालिक आमने-सामने

रोड सेल कोयला लोडिग को लेकर झारसुगुड़ा व बंधबहाल ट्रक मालिक संघ में ठन गयी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 09:38 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:25 AM (IST)
रोड सेल कोयला लोडिंग को लेकर ट्रक मालिक आमने-सामने
रोड सेल कोयला लोडिंग को लेकर ट्रक मालिक आमने-सामने

संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : रोड सेल कोयला लोडिग को लेकर झारसुगुड़ा व बंधबहाल ट्रक मालिक संघ में ठन गई है। रविवार को झारसुगुड़ा ट्रक मालिक संघ ने बंधबहाल ट्रक मालिक संघ पर भेदभाव करने का आरोप लगाकर वहां की गाड़ियों को कांटापाली चौक के पास कई घंटे तक रोके रखा। जिससे उत्तेजना का माहौल बन गया। हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद झारसुगुड़ा ट्रक मालिक संघ ने अपना आंदोलन वापस लिया तथा गाड़ियों को छोड़ा गया।

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झारसुगुड़ा ट्रक मालिक संघ के सचिव रवींद्र सिंह ने बताया कि बंधबहाल ट्रक मालिक संघ में हमारी गाड़ियां शुरू से चल रही हैं। लेकिन बीते कुछ दिनों में हमारे संघ की गाड़ियों को छोड़कर वहीं की गाड़ियों को लोड दिया जा रहा है। जिससे हमारी गाड़ियों को सात-आठ दिनों से लोड नहीं मिल पा रहा है। बंधबहाल संघ के पदाधिकारियों से बातचीत के बाद भी इसका नतीजा न निकलने से हमें ऐसा कदम उठाना पड़ा। संघ के विनय भारती ने भी बंधबहाल संघ पर मनमानी करने का आरोप लगाया है।

वहीं बंधबहाल ट्रक मालिक संघ के सचिव संतोष महांती ने बताया कि अभी लखनपुर व बीओसीएम खदान से कोयला पहले की भांति नहीं निकल रहा है। पहले प्रतिदिन 1000 से 1500 गाड़िया लोड होती थी मगर कोयला संकट के कारण वर्तमान 400 गाड़ियां ही लोड हो रही है। ऐसे में हम बाहर की गाड़ियों को पांच फीसद लोड दे रहे हैं। इसमें कोई भेदभाव नहीं है। रविवार को भी सभी गाड़ियों को लोड दिया गया। मगर वे लोग पहले की भांति ही सभी गाड़ियों को लोड देने की मांग पर अड़े हैं जो वर्तमान में संभव नही है। जब तक लखनपुर व बीओसीएम खदान में उत्पादन पहले की भांति नहीं होता, तब तक यह संभव नहीं है। हम लोग बातचीत कर इस समस्या का समाधान करने के लिए तैयार हैं। लेकिन वे लोग ही जिद पर अड़े हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस प्रशासन ने हस्तक्षेप करने तथा आंदोलन करने से पहले लिखित अनुमति लेने का परामर्श देने के बाद आंदोलन खत्म हुआ। वैसे झारसुगुड़ा संघ ने आगामी दिनों में इसे लेकर पुन: आंदोलन चलाने की जानकारी दी है।


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