संगठित होने से श्रमिकों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा
श्रमिकों को हक के लिए जागरूक तथा संगठित होने की जरूरत है।
संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : श्रमिकों को हक के लिए जागरूक तथा संगठित होने की जरूरत है। संगठित व जागरूक होने से उन्हें सामाजिक सुरक्षा मिल सकेगी। संगठित होने से वे सरकार बदलने की ताकत हासिल करने समेत श्रम कानून में बदलाव के लिए दबाव डाल सकते हैं। प्रगतिशील श्रमिक मंच के 10वें सांगठनिक सम्मेलन में अतिथियों ने यह बात कही।
स्थानीय इंडस्ट्रीयल एस्टेट मैदान में लीलिमा महानंदिया, सुकदेव बेसन व लालाराम छत्रिया के संचालन में आयोजित इस सम्मेलन में मंच के प्रदेश सचिव रक्षाकर अनुपम, ¨लगराज आनंद, प्रो. धनेश्वर साहू, अमिय पंडा, महिला नेता लखी दास, समाज सेवी गोपाल दास, श्रमिक संगठक सारंगधर मिश्रा ने भी अपने विचार रखे।मंच के अध्यक्ष डॉ. गोलक बिहारी नाथ ने केंद्र सरकार को श्रमिक विरोधी बताते हुए संगठित होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर आगामी वर्ष के लिए 12 सदस्यीय कमेटी का गठन कर विभिन्न राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए गए। सम्मेलन के सफल संचालन मे सुबंति खड़िया, कुमार धुर्वा, चेरुमणी कालो, सि¨धया कालो, रमेश ¨सह, महेंद्र भुइंया, घनश्याम मरई का सहयोग रहा।