विद्युत टावर में फंसे पांच बंदरों का बचाया गया
सदर ब्लाक के पतरापाली पंचायत के डुमेरमुंडा गांव के पास हीराकुद जलभंडार के बीच उच्च क्षमता वाले बिजली टावर में तीन महीने से फंसे पांच बंदरों को बचा लिया गया है।
संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : सदर ब्लॉक के पतरापाली पंचायत के डुमेरमुंडा गांव के पास हीराकुद जलभंडार के बीच स्थित उच्च क्षमता वाले बिजली टावर पर विगत तीन महीने से फंसकर जिंदगी के लिए संघर्ष करने वाले पांच बंदरों को अंतत: गांववालों की मदद से वन विभाग की टीम ने बचा लिया है।
उल्लेखनीय है कि करीब तीन महीने पहले बंदरों का एक दल खेलते-कूदते हीराकुद जलभंडार के बीच स्थित उच्च क्षमता वाले बिजली टावर में चढ़ गया था। उस समय जलभंडार मे पानी नही था। वर्षा आरंभ होते ही टावर के चारों ओर पानी भर गया जिससे सभी बंदर टावर पर ही फंस गए। यह बात जब गांव वालों को पता चली तो उन्होंने मछुआरों की मदद से बंदरों को बचाने का प्रयास शुरू किया तथा वनविभाग को भी जानकारी दी गई। इसी बीच तीन बंदरों ने पानी में उतर कर तैरते हुए किनारे पहुंचने का प्रयास किया लेकिन वे सफल नहीं पाए और जलभंडार में डूब जाने से उनकी मृत्यु हो गई थी। दो अन्य बंदर बिजली करंट की चपेट में आ गए जिससे उनकी भी जान चली गई। इसी बीच बंदर के एक छोटे बच्चे को गांववालों ने बचाया था। इसके बाद भी पांच बंदर टावर में फंसे थे। गांव वाले व वन विभाग लगातार उन्हे वहां से निकालने के लिए प्रयासरत था। गांव वाले मछुआरों की मदद से टावर पर इन बंदरों के लिए खाने-पीने का सामान रोज रखते आ रहे थे। अंत मे सब की मेहनत रंग लाई और वन विभाग व गांव वालों ने टावर मे फंसे पांचों बंदरों को बचाने मे सफल रहे। टावर से बचाए गए पांचों बंदरों को पास के जंगल में छोड़ दिया गया है।