मातृभूमि व देश के लिए जारी रहेगा अभियान : पंडा
अपनी मातृभूमि सबसे ऊपर है। मैने जो एंड्रायड नीतिक पोर्टेबल आइयूसी का आविष्कार किया है वह बड़े भाई व मातृभूमि झारसुगुड़ा से हमेशा जुड़ा रहेगा।
संवादसूत्र, झारसुगुड़ा : अपनी मातृभूमि सबसे ऊपर है। मैने जो एंड्रायड नीतिक पोर्टेबल आइयूसी का आविष्कार किया है वह मेरे बड़े भाई व झारसुगुड़ा के नाम से हमेशा जुड़ा रहेगा। आगामी दिनों में भी अपनी मातृभूमि व देश के लिए मैं अपना आविष्कार व कार्य जारी रखूंगा। मै कभी भी अपनी जन्मभूमि झारसुगुड़ा का ऋण उतार नहीं सकता। इसलिए मैं हमेशा झारसुगुड़ा के नाम को सबसे ऊपर रखने का प्रयास करता हूं। मेरे पोर्टेबल आइसीयू का लोग उपयोग कर लाभान्वित होंगे तभी मेरा प्रयास सफल होगा। ये बातें मंगलवार को पोर्टेबल आइसीयू के आविष्कारक प्रो. डॉ. सूर्यनारायण पंडा ने कही।
शहर के एक होटल में झारसुगुड़ा प्रेस क्लब, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व आंचलिक विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में पंडा ने कहा कि देश में कई महान प्रतिभाशाली व्यक्ति है मगर उन्हें सही मंच व मौका नहीं मिलता जिससे वे आगे नहीं बढ़ पाते हैं। झारसुगुड़ा में छिपी इस प्रकार की प्रतिभा को सामने लाने व उन्हें प्रोत्साहित करने का मेरा प्रयास जारी रहेगा।
इस अवसर पर झारसुगुड़ा माटी के संतान व चंडीगढ़ स्थित चित्कारा विश्वविद्यालय में रिसर्च प्रो. डॉ. सूर्यनारायण पंडा को उनके आविष्कार के लिए चैंबर आफ कॉमर्स, मारवाड़ी महिला समिति, जेसीआइ, सीए एसोसिएशन व अन्य संगठनों की ओर से सम्मानित किया गया। सम्मानित अतिथि वेदांत लिमिटेड के सीईओ अभिजीत पति ने कहा कि पंडा ने जो कर दिखाया है उससे झारसुगुड़ा का नाम पूरे विश्व में चमकेगा। उन्होंने कहा कि जब पंडा का पोर्टेबल आइसीयू बाजार में आएगा तो वेदांत की ओर से झारसुगुड़ा की सभी एंबुलेंस में उक्त आइसीयू को लगाया जाएगा। डॉ. प्रभात जैन की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रेस क्लब के महासचिव महबूब मेहताब, संतोष मिश्रा, आइएमए के अध्यक्ष डॉ. एमजे दोरा, नारायण महापात्र, आंचलिक विकास परिषद के आवाहक मनमोहन पांडे, सुरेश बोंदिया, दिनेश उपाध्याय प्रमुख उपस्थित थे।