विस्थापितों की समस्या की फिर हुई समीक्षा
हीराकुद बांध के विस्थापितों की समस्या का समाधान 60 साल बाद भी नहीं हुआ हे।
संवाद सूत्र, झारसुगुड़ा : हीराकुद बांध के विस्थापितों की समस्या का समाधान 60 साल बाद भी नहीं हुआ है। विस्थापितों को न उचित मुआवजा मिल पाया है और ना ही पुनर्वास किया गया है। विस्थापन को लेकर बने नए व पुराने नियमों के बीच विस्थापित फंसे हैं। विस्थापितों को मिली जमीन का पट्टा नहीं मिलने से वे सरकारी योजनाओं से भी वंचित हो रहे हैं।
इन सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए उत्तरांचल राजस्व आयुक्त (आरडीसी) डीवी स्वामी, पूर्व आरडीसी डॉ. ऋषिकेश पंडा ने झारसुगुड़ा में समीक्षा बैठक की। बैठक में झारसुगुडा, बरगढ़ व संबलपुर जिला के विस्थापितो की विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से विचार-विमर्श करने के बाद समाधान के लिए कई प्रस्ताव को ग्रहण किया गया है। समीक्षा बैठक मे तीनो जिला के अतिरिक्त जिलाधीश व तहसीलदार उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने विभिन्न गांव में जाकर विस्थापितों की शिकायत व समस्या सुनी थी। आरडीसी ने बैठक के बाद बताया कि हीराकुद बांध के विस्थापितों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर नियमित बैठक कर समस्या का समाधान किया जाता रहा है और आज की बैठक भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है।