मनुहार पर उतरा भट्ठी संचालक, महिलाएं अड़ीं
किरमिरा ब्लॉक के भालूपतरा गांव स्थित देसी शराब भट्ठी को बंद करने को लेकर महिलाओं द्वारा शुरू बेमियादी धरने का रंग धीरे-धीरे दिखने लगा है।
संवादसूत्र, झारसुगुडा : किरमिरा ब्लॉक के भालूपतरा गांव स्थित देसी शराब भट्ठी को बंद कराने की मांग को लेकर महिलाओं का आंदोलन धीरे-धीरे रंग दिखाने लगा है। बुधवार को दूसरे दिन महिलाओं के इस आंदोलन जहां एक तरफ ग्रामीणों को समर्थन मिला वहीं दूसरी तरफ स्थानीय पुलिस प्रशासन ने भी आगे आकर समस्या का समाधान निकालने की पहल की। हालांकि लायकेरा थाना पुलिस की पहल का कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला। वहीं शराब भट्ठी संचालक अब मनुहार पर उतर आया है। उसने धरना दे रहीं महिलाओं से गुजारिश की है कि भट्ठी का लाइसेंस समाप्त होने में महज ढाई माह शेष हैं। ऐसे में तबतक उसे कारोबार करने दिया जाए। आगे लाइसेंस मिलने तक भट्ठी को बंद रखा जाएगा। इस पर महिलाओं ने उसकी गुजारिश को खारिज करते हुए अविलंब भट्ठी हटाने को अड़ी हैं।
इधर, बंधपाली सरपंच मंजूलता पटेल के साथ महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों ने भी धरनास्थल पहुंचकर महिलाओं के साथ धरना पर बैठक उनकी मांग को जायज बताया है। कहा है कि जबतक मांग पूरी नहीं होती है तबतक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं महिलाओं ने एक बार फिर जिलाधीश से मिलकर भट्ठी को बंद कराने का अनुरोध किया है। नायब सरपंच अनीता छछान, वार्ड सदस्य घनश्याम काउड़ी, सामाजिक कार्यकर्ता संजय पटेल, गीतांजली नायक आदि आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बंधपाली पंचायत के भालूपतरा गांव की मुख्य सड़क पर मौजूद उक्त शराब भट्ठी के कारण गांव का माहौल बिगड़ने का आरोप लगाते हुए महिलाओं ने धरना शुरू किया है। उनका कहना है कि गांव में शराब भट्ठी होने से आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं और महिलाओं का बाहर निकलना दूभर हो गया है। इसका प्रभाव स्कूल आने जाने वाले बच्चों पर भी पड़ रहा है।