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परमानपुर क्रय मंडी से प्रति क्विटल दो किलो धान काट कर किया जाएगा भुगतान

कोलाबीरा ब्लॉक अंतर्गत परमानपुर समन्वय समिति परिसर में धान खरीदी मंडी की शुरुआत गुरुवार से हुई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 07:00 AM (IST)
परमानपुर क्रय मंडी से प्रति क्विटल दो किलो धान काट कर किया जाएगा भुगतान
परमानपुर क्रय मंडी से प्रति क्विटल दो किलो धान काट कर किया जाएगा भुगतान

संसू, झारसुगुड़ा : कोलाबीरा ब्लॉक अंतर्गत परमानपुर समन्वय समिति परिसर में धान खरीदी मंडी का उद्घाटन गुरुवार को किया गया। इस अवसर पर आयोजित बैठक में धान खरीदी बिक्री संबंधित सभी विषयों पर निर्णय लिया गया, जो प्रखंड के सभी समन्वय समिति पर लागू होगी। निर्णय अनुसार प्रति क्विटल दो किलों धान की राशि काट कर दिए जाने का निर्णय लिए जाने के साथ ही धान कि खरीदी शुरू हुई। बहुत वाद विवाद के बाद अपराह्न को धान की खरीदी हो पाई थी। जिसके कारण कोलाबीरा प्रखंड के किसान फिर एक बार सरकारी मूल्य पाने से वंचित होने की बात कह रहे हैं। मंडी के पहले दिन तीन किसानों ने 130 क्विटल धान बेचा।

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वही कोलाबीरा प्रखंड में एफक्यू मान का धान नही मिलने पर धान में कितने परिणाम में कटौती होगी इसे लेकर चर्चा हुई। जिसमे मिल मालिकों ने प्रति क्विटल ढाई किलो धान की राशि काटने की बात कही है। जबकि किसानों ने इसे मानने से मना कर दिया। जिसके बाद मिल मालिक बैठक छोड़ कर चले गए। जिसके कारण कोई समाधान नही निकला। सूचना पाकर भाजपा नेता दिनेश जैन व आशीष साहू बैठक में पहुंचे। भाजपा नेता ने जिलाधीश व जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी से फोन पर बात कर किसानों को परेशान किए जाने की सूचना दी थी। उन्होंने ने कहा कि लैयकरा ब्लाक में जिले की पहली धान एक सप्ताह पूर्व ही खुली है। जहां उपजिलाधीश ने स्वयं कहा था कि धान में किसी भी प्रकार कि कटने छटनी नही कि जाएगी। जब लैयकरा में बीना कटनी छटनी के धान कि खरीदी हो रही है तो कोलाबीर में क्यों ऐसा किया जा रहा है। इसके बाद जिलाधीश ने फोन पर ही कहा कि कल एक अधिकारी भेजकर समस्या का समाधान किए जाने का आवासन दिया। इसके बाद मिल मालिकों ने अधिकारियों व किसानों के प्रतिनिधियों से बात कर दो किलो कटनी पर धान खरीदने कि बात फोन पर कही। इसी के बाद मंडी में धान कि खरीदी आरंभ हुई। हालांकि इससे किसानों में नाराजगी है।


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