'जिले में खिलाड़ियों को समुचित मंच नहीं'
झारसुगुड़ा आंचलिक विकास परिषद के प्रयास से पूर्व क्रीडाविद व बुद्धिजीविया
संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा आंचलिक विकास परिषद के प्रयास से पूर्व क्रीडाविद व बुद्धिजीवियों की बैठक हुई। इसमें सभी ने एक स्वर में कहा कि जिले में प्रतिभा होने के बावजूद आर्थिक प्रोत्साहन व अवसर के अभाव में खिलाड़ियों को समुचित मंच नहीं मिल पा रहा है। खिलाड़ी अपने प्रयास से ही जिला, राज्य व देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं मगर अपने और परिवार की जरूरतों के कारण उन्हें बीच में ही खेल छोड़ना पड़ता है। झारसुगुड़ा एक शिल्प समर्थ जिला है यहां खिलाड़ियों को नियुक्ति व प्रोत्साहन की कमी नहीं होनी चाहिए मगर उन्हें कारखानों में नियुक्ति मिलना ही बंद हो गई है। शहर व आसपास खेल मैदान का अभाव, रेलवे वायरलेस मैदान की उपेक्षा खिलाड़ियों को हतोत्साहित करती है। इन सभी समस्याओं को दूर करने, खेल व खिलाड़ियों के विकास के लिए आंचलिक विकास परिषद ने जिलाधीश से मिलने की बात कही है। बैठक में सत्यनारायण पशायत, टेहलू साहूु, संदीप अवस्थी, जीवन महांती, गणेश नायक, नारायण महापात्र, अभिषेक लाट, सत्यनारायण राव, मोहन मिश्रा, निरोधाकांत मिश्रा आदि ने अपने विचार रखे।