पानी व बिजली के बीच बुरी तरह फंसा पड़ा पांच बंदरों का जीवन
ओडिशा में हीराकुद जलभंडार के बीच पांच बंदर बिजली के टावर के बीच फंस गये हैं इन बंदरों की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
झारसुगुड़ा, जेएनएन। सदर ब्लॉक के पतरापाली पंचायत के डुमेरमुंडा गांव के पास हीराकुद जलभंडार के बीच स्थापित उच्च क्षमता संपन्न बिजली टावर बंदरों के लिए काल बन गया है। इस टावर में पांच बंदर फंसे है जो पानी व बिजली के बीच फंसकर अपनी जिंदगी बचाने की जिद्दोजहद कर रहे है। लेकिन उन्हें न तो खुद से सफलता मिल रही है और ना ही वनविभाग व स्थानीय ग्रामीणों का कोई प्रयास बंदरों को बचाने में सफल हो पा रहा है। ऐसे में विगत तीन माह से टावर में फंसे इन पांच बंदरों की जिंदगी राम भरोसे हो गई है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, इस टावर में तीन महीने पहले करीब दस बंदर चढ़ गये थे। इनमें से दो बंदरों ने टावर से उतरकर पानी में तैरते हुए किनारे आने का प्रयास किया था मगर वे डूबकर मर गये वही तीन बंदरों की मौत बिजली करंट की चपेट में आ जाने से हो चुकी है। पांच बंदर जो बचे है वह टावर पर ही फंसे है।
खाने-पीने के पड़े लाले
बताया कि मछुआरों की मदद से जलभंडार में जाकर टावर में फंसे बंदरों को कुछ खाने पीने का सामान रख कर आते है। इसी को खाकर बंदरों का जीवन बचा हुआ है। गांव वाले प्रतिदिन नौका में जाकर इनको वहां से निकालने का प्रयास करते है मगर अभी तक उनको सफलता नही मिल पाई है। दिन मे तीन बार हम लोग वन विभाग की मदद से टावर तक जाते हैं और बंदरों को वहां से निकालने का हर संभव प्रयास कर रहे है मगर सफलता नहीं मिल पाई है।
रोहित भाई, ग्रामीण
बिजली टावर में फंसे बंदरों को निकालने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। हम बंदरों को बचाने अपना प्रयास जारी रखेंगे।
रवि नारायण पात्र, वनकमी