कीर्तन दरबार में गुरुवाणी से निहाल हुई संगत
स्थानीय गुरुद्वारा में दो दिवसीय सालाना आत्मकथा रस तथा कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया।
संसू, ब्रजराजनगर : स्थानीय गुरुद्वारा में दो दिवसीय सालाना आत्मकथा रस तथा कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। गुरुवार शाम 7 बजे से शुरू होकर शुक्रवार रात तक चले इस समागम को गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को समर्पित किया गया। इसमें ब्रजराजनगर, बूढीजाम, बेलपहाड़, झारसुगुड़ा, गड्पोष, राउरकेला, संबलपुर, बरईपाली, बरगढ़ सहित छत्तीसगढ़ के नेटनगर एवं रायगढ़ से बड़ी संख्या से श्रद्धालु शामिल हुए। अमृतसर से आए हजूरी रागी सुख¨जदर ¨सह, कथावाचक व प्रचारक जस¨वदर ¨सह सहूर, लुधियाना से भाई बलप्रीत ¨सह सहित स्थानीय रागी जत्था के भाई भू¨पदर ¨सह एवं मनीष ¨सह ने गुरुवाणी के जरिए संगत को निहाल किया। इस दौरान लंगर भी जारी रहा। कार्यक्रम आयोजन में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष अजीत ¨सह चहल, महासचिव निर्मल ¨सह चावला सहित गुरुदयाल ¨सह चहल, धर्म ¨सह रतन, सुखवंत ¨सह, हरीश वाधवा, सेवा ¨सह, महेंद्र वाधवा, कल¨वदर ¨सह, नरेंद्र वाधवा, बलजीत ¨सह, सनी सरना, अशोक सलूजा, हर¨वदर ¨सह चावला, गांधी रावलानी, आजाद ¨सह घई, मनजीत ¨सह वाधवा, प्रहलाद लांबा ने सहयोग किया।