गोपबंधु भारत रत्न के लिए उपयुक्त : जिलाधीश
उत्कलमणि गोपबंधु दास केवल व्यक्ति विशेष नहीं थे। वह पूरे ओडिशा व ओडि़या जाति के लिए महामानव स्वरूप थे।
संसू, झारसुगुड़ा : उत्कलमणि गोपबंधु दास केवल व्यक्ति विशेष नहीं थे। वह पूरे ओडिशा व ओड्यिा जाति के मुखपात्र थे। स्वराज के लिए उनकी लेखनी सहित देश की स्वाधीनता के लिए घर-घर वार्ता पहुंचाने के लिए उस वक्त समाज नामक दैनिक ओड्यिा समाचार पत्र की स्थापना की गई थी। ऐसे महामानव को भारत रत्न दिए जाने की जो मांग की जा रही है वह पूर्ण रूप से उपयुक्त है। यह बात जिलाधीश विभूति भूषण पटनायक ने प्रणाम मातृभूमि क्रम में ज्योति यात्रा, झारसुगुड़ा के परिक्रमा अवसर पर आयोजित सभा में बतौर मुख्य अतिथि कही।
प्रणाम मातृभूमि क्रम में गोपबंधु ज्योति यात्रा झारसुगुड़ा पहुंची जिसका विभिन्न संगठनो की ओर से भव्य स्वागत किया गया। इसमें वरिष्ठ नागरिक, सम्मिलित आदिवासी समाज, जीना इसी का नाम है, ओडिशा मोटर चालक संघ, प्रगतिशील श्रमिक मंच व ओडिशा नॉलेज कार्पोरेशन लिमिटेड के बसंत साहू व कर्मचारी व स्कूल के छात्र-छात्रा शामिल रहे। इसके बाद प्रणाम मातृभूमि ज्योति यात्रा शहर का भ्रमण कर गांधीचक को रवाना हुई।