हाथी देख डॉक्टर, मरीजों के हाथ पैर फूले
कुछ वर्षों से जिले के कोलाबीरा, लैयकरा, किरमिरा ब्लॉक में हाथियों क
संसू, झारसुगुड़ा : कुछ वर्षों से जिले के कोलाबीरा, लैयकरा, किरमिरा ब्लॉक में हाथियों का उपद्रव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाथियों के डर से लोग न सिर्फ डरे-सहमे रहते हैं बल्कि गांवों में अक्सर अफरा-तफरी का माहौल रहता है। डर के मारे लोगों की रातों की नींद हराम है।
शुक्रवार को एक दंतैल हाथी के कोलाबीरा स्वास्थ्य केंद्र में घुस जाने से डॉक्टर व मरीजों की जान पर आ बनी। हालांकि हाथी कुछ देर के बाद खुद ही एनएच-49 की ओर चला गया तब जाकर चिकित्साकर्मियों व मरीजों ने राहत की सांस ली।
स्थानीय लोगों के मुताबिक कोलाबीरा कॉलेज के पीछे स्थित काजू बगीचा में तीन हाथी घुस आए थे। इसी समय गांव का संतोष अपनी फसल देखने गया था और उसका सामना हाथियों से होने पर उसने किसी तरह भागकर अपनी जान बचायी। इसके बाद हाथी चांदनीमाल जंगल की ओर चले गए और वहां एक व्यक्ति की मोटरसाइकिल को नुकसान पहुंचाया। ग्रामीणों ने हाथियों को खदेड़ा तो दो हाथी महुलमुंडा संरक्षित जंगल की ओर चले गए तो एक दंतैल हाथी तेलेन नदी को पारकर कोलाबीरा स्वास्थ्य केंद्र में घुस गया। यहां हाथी को देखकर कर्मचारी व मरीजों में खलबली मच गई। इसके बाद हाथी एनएच-49 में यहां-वहां दौड़ता रहा। खेतों में घुसकर फसल को बर्बाद करने के बाद बेउंरा जंगल चला गया। विदित हो कि उक्त तीनों हाथियों ने गुरुवार को भी सोडामाल पंचायत के सुनाझरिया गांव में जमकर उत्पात मचाया था।