दलदल में फंसे गजराज ने दम तोड़ा
कोलाबीरा वन क्षेत्र अंतर्गत चांदनीमाल जंगल के तेलेन नदी किनारे
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : कोलाबीरा वन क्षेत्र अंतर्गत चांदनीमाल जंगल के तेलेन नदी किनारे विगत कई दिनों से दलदल में फंसे दंतैल हाथी ने दम तोड़ दिया है। वन विभाग की ओर से बताया गया है कि पक्षाघात यानी लकवा के कारण बीमार हाथी का पिछला पैर काम नहीं कर रहा था। कई दिनों से हाथी अपने पैरों से अस्वस्थ था। तेलेन नदी के किनारे एक खेत की दलदल में फंस गया था। छह दिनों से वह वहीं फंसा था। प्राणी चिकित्सक द्वारा उसे बचाने की हर संभव प्रयास किया गया।
बीमार हाथी संग सेल्फी लेने को रहती थी होड़ : दंतैल हाथी पिछले काफी दिनों से अस्वस्थ होने के कारण एक ही स्थान पर पड़ा रहता था। आसपास इलाकों में सूचना फैलने के बाद हर दिन बड़ी संख्या लोग हाथी को देखने घटनास्थल पर पहुंचते और हाथी के साथ सेल्फी लिया करता था।
इलाज के बावजूद नहीं बची जान : दलदल में हाथी के फंसने के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया था। इसके बाद विभाग की पहल पर प्राणी चिकित्सक शालिनी सेठ ने घटनास्थल पहुंचकर हाथी को इंजेक्शन व दवा दी थी लेकिन यह सब हाथी की सांसें रोकने में नाकाम रहीं।
घटनास्थल पर ही दफनाया गया : जिस स्थान पर हाथी कई दिनों से बीमार हालत में था, मौत हुई, वहीं पर मरने के बाद उसे दफना दिया गया। इस मौके पर डीएफओ सुशांत कुमार, एसीएफ सरोज पंडा, कोलाबीरा फॉरेस्टर आदि उपस्थित थे।