नवकिशोर दास पर बरसे हेमानंद, किशोर व वीरेंद्र
झारसुगुड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लगातार दो बार विधायक रहे नवकिशोर दास के दल बदलने की घोषणा के बाद वे कांग्रेस के वरीय नेताओं के निशाने पर आ गए हैं।
जेएनएन, झारसुगुड़ा/संबलुपर : झारसुगुड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लगातार दो बार चुनाव जीतने वाले नवकिशोर दास ने बीजद में जाने का फैसला करने के बाद वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के निशाने पर हैं। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद विश्वाल, पूर्व मंत्री किशोर पटेल तथा झारसुगुड़ा के पूर्व विधायक वीरेंद्र पांडे ने नवदास को जमकर कोसा। पत्रकारों से बातचीत में इन तीनों नेताओं ने एक स्वर में नवदास को कांग्रेस तथा कांग्रेसियों से विश्वासघात करने वाला नेता बताया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नव दास के जाने से कार्यकर्ता हताश होने पर भी हिम्मत नहीं हारी है। सभी ने एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करने की बात कही है। कार्यकर्ताओं के आग्रह पर ही हमने कांग्रेस का गढ़ बरकरार रखने हाथ मिलाया है। उन्होंने ने कहा कि किसी के कांग्रेस छोडने से कांग्रेस कमजोर नही होती बल्कि और अधिक मजबूत हो कर सामने आती है।
पूर्व मंत्री किशोर पटेल ने कहा कि नव बाबू पहले से ही कांग्रेस छोडने का मन बना चुके थे। मगर उन्होंने कभी हां तो कभी ना कहकर लोगों को धोखे में रखा। पटेल ने कहा कि नवीन बाबू भी वर्षो से लोगो को ठगते आ रहे है। इस बार बीजद सत्ता में नही आने वाली इसी लिए कांग्रेस व अन्य दल के दबंग व मजबूत नेताओ को प्रलोभन देकर बीजद मे शामिल किया जा रहा है। पूर्व विधायक वीरेंद्र चंद्र पांडे ने कहा कि वे नवदास का विकल्प बनने को तैयार है और उन्होंने घोषणा भी कर दी है कि कांग्रेस से विश्वासघात करने वालों को चुनाव में परास्त कर सबक सिखाएंगे। कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें मौका दिया तो वे यह करके दिखा देगे। इस दौरान जिला कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश रंजन पंडा, शहर अध्यक्ष भरत अवस्थी सहित प्रमोद पंडा, रूबीना खान, शैलेश तिवारी प्रमुख उपस्थित थे। इससे पहले जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक भी हुई। इसमें विजय वाजपेयी, राम किशोर शुक्ला, संतोष शुक्ला, मनीष वाजपेयी समेत बड़ी संख्या में शामिल कांग्रेसियों ने एक स्वर में पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
निरंजन से मिले वीरेंद्र, बरकरार रखेंगे कांग्रेस का गढ़
झारसुगुडा विधायक नवदास के कांग्रेस छोड़कर बीजू जनता दल में शामिल होने के ऐलान के बाद पार्टी व संगठन में आयी रिक्तता की भरपाई को नए-पुराने कांग्रेसियों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। इसी क्रम में बीते दिनों झारसुगुड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ने की ताल ठोंक चुके पूर्व विधायक वीरेंद्र पांडे ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक से मिलकर झारसुगुड़ा को पार्टी का गढ़ बरकरार रखने का दावा किया है। पीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक तथा अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से पांडे का मिलना सियासी चर्चा का विषय बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि नवदास ने कांग्रेस छोड़ने के बाद यहां पार्टी की कमान कौन संभालेगा, इस पर सभी की नजर है। इसी बीच वीरेंद्र पांडे ने संबलपुर में पीसीसी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक समेत वरिष्ठ नेता किशोर पटेल व संतोष ¨सह सलूजा से भी मुलाकात की है। हालांकि पार्टी हाईकमान ने अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि झारसुगुड़ा में कांग्रेस का दमखम सहेजे रखने के लिए पार्टी की ओर से किसी अनुभवी नेता को ही जिले की कमान सौंपी जाएगी। ऐसे में वीरेंद्र पांडे की एकाएक बढ़ी सक्रियता के भी निहितार्थ निकाले जा रहे है। वैसे नवदास के बाद कांग्रेस में ऐसा कौन नेता है, जिसका जनता पर प्रभाव होने के साथ-साथ संगठन पर भी पकड़ हो, इसी पर सबकी निगाह टिकी हुई है।
संबलपुर कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष ने भी पार्टी से दिया इस्तीफा
झारसुगुड़ा के विधायक व ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष अध्यक्ष नवकिशोर दास के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उनके खास साथी देवेंद्र किशोर पति ने भी संबलपुर जिला कांग्रेस कमेटी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। देवेंद्र जिला कांग्रेस कमेटी में प्रभारी अध्यक्ष पद पर थे। माना जा रहा है कि नवकिशोर दास के साथ देवेंद्र भी बीजद में शामिल हो सकते हैं। पति के इस्तीफा के बाद जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अश्विनी गुरु ने कहा है कि किसी के पार्टी छोड़ देने से कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वैसे भी नव बाबू के इस्तीफे के बाद देवेंद्र के पार्टी छोड़ने की चर्चा आम थी। उल्लेखनीय है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के 25 जनवरी के भुवनेश्वर दौरे से पहले विधायक नवकिशोर दास और प्रदेश अध्यक्ष निरंजन पटनायक के 20 जनवरी के संबलपुर दौरे से एक दिन पहले देवेंद्र ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस को झटका देने की कोशिश की है। माना तो यह भी जा रहा है कि आगामी चुनाव में भी नव इफेक्ट जिले में भी दिखेगा।