चिटफंड की राशि वापसी में गड़बड़ी से आक्रोश
चिटफंड संस्था रोज वैली में डूबी राशि वापस दिलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रक्रिया शुरू की है लेकिन कम पैसे मिलने से जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है।
संवादसूत्र, झारसुगुड़ा : चिटफंड संस्था रोज वैली में डूबी राशि वापस दिलाने के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं पैसा वापसी में विलंब एवं नाम मात्र का पैसा मिलने पर लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। कोलाबीरा ब्लॉक के परमानपुर पंचायत के चिटफंड में ठगी के शिकार लोगों को अपना आवेदन पूरे दस्तावेज के साथ तहसीलदार के पास जमा करने का नोटिस दिया गया था। इसमें कहा गया था कि चिटफंड में जितनी राशि जमा की गई थी उतनी राशि वापस मिलेगी। कई लोगों ने 10 से 20 हजार रुपये जमा कराये थे पर उन्हें दो से चार हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इसका विरोध करते हुए परमानपुर पंचायत अंचल के विदेशी पटेल, खिरसिंधु खरसेल, निरंजन महांती, रतन बाग, मंचन बाग, मंजू बाग, मनोज किसान, भजन किसान, सुशील किसान, अनीता किसान आदि ने तहसीलदार से मिल कर पूरी राशि वापस दिलाने की मांग की तथा इसकी लिखित शिकायत भी दर्ज करायी है। इस संबंध में तहसीलदार संजीव पटेल ने बताया कि वे केवल जमा संबंधित आवश्यक प्रमाण ही संग्रह कर रहे हैं। इसका दायित्व अतिरिक्त जिलाधीश का है। वे ही कम पैसा मिलने के संबंध में बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे के समय जिस जमा कर्ता का जितना पैसा जमा था एवं रसीद पेश की गई उसी के आधार पर पैसा दिया जा रहा है।