मालगाड़ी में बैठकर छत्तीसगढ़ जा रहा युवक हिरासत में
कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन में कई लोग अपने-अपने घर जाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, ब्रजराजनगर : कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन में कई लोग अपने-अपने घर जाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। रेल व सड़क यातायात बंद होने की वजह से अनेक लोग सैकडों किलोमीटर की यात्रा पैदल करने से भी नही हिचक रहे हैं। ऐसा ही एक वाकया गुरुवार की शाम ब्रजराजनगर में देखने को मिला जहां जीआरपी ने एक युवक को मालगाड़ी से दबोचा। यह युवक झारखंड के टाटानगर से रेल पटरियों के किनारे-किनारे करीब 300 किलोमीटर की यात्रा पैदल तय करने के उपरांत गुरुवार शाम को झारसुगुड़ा पहुंचा। 40 वर्षीय युवक ने बताया कि वह छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर के अम्मापड़ा की गली संख्या 9 का निवासी है तथा रायपुर जाने के लिए वह झारसुगुड़ा में गुरुवार शाम को मालगाड़ी में बैठा था। उसने अपना नाम पप्पू वरिया तथा पिता का नाम मांजा वरिया बताया है। उसे अपने घर छत्तीसगढ़ के रायपुर जाना था एवं उस ओर जा रही मालगाड़ी में वह बैठ गया। लेकिन दुर्भाग्य से ब्रजराजनगर जीआरपी ने उसे दबोच लिया। सूचना पाकर नगरपालिका के कार्यनिर्वाही अधिकारी दिलीप पटेल ने युवक से पूछताछ करने के उपरांत उसकी स्वास्थ्य जांच कराने के बाद मंडलिया स्थित केंद्रीय चिकित्सालय भेज दिया। पारादीप से रांची जा रहे तीन श्रमिक पकड़ाए
लॉक डाउन के दौरान पारादीप से पैदल चलकर सुंदरगढ़ पहुंचे रांची के तीन श्रमिकों को पकड़कर मादरीकालो भवन में बने आश्रय स्थल में रखा गया है। झारखंड के रांची जिले के तीन श्रमिक पारादीप में ठेका संस्था के अधीन काम करते थे। लॉक डाउन के चलते उनका काम बंद हो गया। आने जाने का कोई साधन नहीं होने के कारण उन्होंने पैदल चलकर घर लौटने का निर्णय लिया। पांच दिन तक भूखे प्यासे चलकर सुंदरगढ़ बाइपास पहुंचे थे जहां पुलिस के द्वारा उन्हें रोक लिया गया। इसके बाद उन्हें मादरी कालो भवन में रखा गया है। इस आश्रय स्थल में अब तक 53 लोग रुके हुए हैं।