पच्चीस एकड़ जमीन दे सरकार, कटक को चमका देंगे
ऐतिहासिक कटक शहर को पूरी दुनिया में नया परिचय मिलेगा। म
जागरण टीम, भुवनेश्वर/कटक : ऐतिहासिक कटक शहर को पूरी दुनिया में नया परिचय मिलेगा। मधु बाबू की कर्मस्थली एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म स्थल, कटक पर्यटन का केंद्र बिंदु बनेगा। इसके लिए केंद्र सरकार सभी प्रकार के प्रयास कर रही है। राज्य सरकार से सहयोग मिलेगा तो कटक में प्रसिद्ध तारकसी, शिल्प कार्य, मिटटी के बर्तन आदि उद्योगों का विकास होगा। इन तमाम सामग्री के व्यवसाय के लिए विश्व में विशेष बाजार बनाया जाएगा। ये बातें केंद्रीय पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहीं।
शनिवार को कटक स्थित सतीचौरा चौक के पास तारकसी कारीगर के कौशल तथा सामान्य सुविधा केंद्र एवं कौशल विकास योजना का शुभारंभ करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि एक समय ऐतिहासिक कटक शहर के कारीगरों द्वारा तैयार सोना-ं चांदी के विभिन्न नक्काशी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थी। प्रोत्साहन की कमी से वर्तमान समय में यह उद्योग मंदा पड़ गया है। मधु बाबू ने विकसित ओडिशा के लिए कटक को प्रयोगशाला बनाया था। प्रधान ने कहा कि यहां के तारकशी उद्योग की कला अब केवल दुर्गा पूजा मंडपों में ही शोभा नहीं पाएगी बल्कि इनके द्वारा उत्पादित सामग्री का पूरी दुनिया में व्यापार के लिए आधारभूमि तैयार की जाएगी। प्रधान ने कहा कि इसके लिए आगामी दिनों में कटक के कारीगरों के लिए विश्वस्तरीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। उन्होंने ने कहा कि राज्य सरकार यदि 25 एकड़ जमीन दे दे तो फिर कारीगरों के लिए मधु बाबू की याद में एक अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र के साथ व्यवसायिक केंद्र स्थापित किया जाएगा। यह पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा। प्रशिक्षण केंद्र स्थापित होने पर कारीगर अत्याधुनिक साजो-सामान का प्रयोग कर उत्तम क्वालिटी के तारकसी काम कर विश्व में अपना विशेष परिचय स्थापित कर पाएंगे। प्रधान ने कहा दो साल में नगर के तमाम कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर बीजद सांसद भर्तृहरि महताब, पद्म विभूषण रघुनाथ महापात्र, राजीव सेठी, प्रेमकुमार कोठारी, प्रमोद अग्रवाल, राम मोहन मिश्र आदि ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर कटक महानगर शांति कमेटी के स्वर्ण कारीगर शिल्प संघ, नगर भाजपा के साथ विभिन्न संगठन की तरफ से केंद्रीय मंत्री प्रधान को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षण लेने वाले 5 कारीगरों को प्रमाणपत्र, ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट के लिए प्रशिक्षण, आरपीएल एवं भुवनेश्वर में 9 मई को शुरू होने वाले पाइप फीटर सीजीडी पाठ्यक्रम का प्रधान ने उद्घाटन किया।