कुख्यात गैंगस्टर डी ब्रदर्स के घर छापा, भारी मात्रा में बंदूक, मैगजीन और गोली बरामद
कुख्यात गैंगस्टर डी ब्रदर्स के घर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में गोली मैगजीन और बंदूक बरामद हुई है। ये सब एक लकड़ी के बक्से में छिपाकर रखा गया था। यह सब सामान कोलकाता होते हुए कटक लाया जा रहा था।
कटक, जागरण संवाददाता। कुख्यात गैंगस्टर डी ब्रदर्स के सीडीए में मौजूद घर पर छापेमारी कर कटक कमिश्नरेट पुलिस ने भारी मात्रा में बंदूक, मैगजीन और गोली बरामद की है। दो बंदूक कारोबारियों को चौद्वार थाना पुलिस दबोचने के बाद उनके बयान पर यह छानबीन की गई थी। यह बंदूक, कट्रेज और गोली उत्तर प्रदेश से कोलकाता होते हुए कटक लायी जा रही थी। यह बात पुलिस छानबीन में जान पाई है।
घर के अंदर मौजूद एक लकड़ी के बक्से के अंदर इसे छिपा कर रखा गया था।कमिश्नरेट पुलिस से मिली सूचना के मुताबिक, कटक चौद्वार थाना पुलिस ने दो बंदूक व्यापारियों को दबोचने के बाद उनसे पूछताछ की और उनके बयान के आधार पर गुरुवार रात को धल सामंत ब्रदर्स यानी डी ब्रदर्स के सीडीए घर पर छापेमारी की गई थी। कटक डीसीपी प्रतीक सिंह, एसीपी प्रमोद रथ, एसीपी त्रिनाथ मिश्र, चौद्वार थाना इंस्पेक्टर बिरंचि नारायण पती, स्पेशल स्क्वाड इंस्पेक्टर अजय दास प्रमुख की अगुवाई में डी ब्रदर्स के घर पर छापेमारी कर चप्पे-चप्पे की जांच की गई और उस व्यापारी के बयान के आधार पर घर के अंदर बने एक लकड़ी के बक्से को खोला गया।
बक्से के अंदर से आठ बंदूक, 17 मैगजीन और 543 गोली बरामद की गई। 543 गोली में 9 एमएम पिस्तौल की गोली, 3.8 एमएम गोली और थ्री नाट थ्री बंदूक की गोली मौजूद थी। इसके अलावा वहां से कुछ मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है, जिसकी जांच कमिश्नरेट पुलिस कर रही है।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 से विभिन्न संगीन आरोपों में गिरफ्तार होने के पश्चात जेल में कैद हैं सुशांत और सुशील धल सामंत। इसके बावजूद जेल के अंदर रहकर वह किस तरह से बंदूक कारोबार कर रहा हैं उसकी छानबीन में जुटी है कमिश्नरेट पुलिस।
यह सभी बंदूक गोली और मैगजीन उत्तर प्रदेश से लाए जाने के बारे में पुलिस को सुराग मिला है। उत्तर प्रदेश से यह बंदूक कोलकाता में पहुंचती थी और कोलकाता से बस के द्वारा बंदूक को कटक के एमपी चौक में पहुंचाया जाता था। वहां से एक बस व्यापारी के जरिए तमाम बंदूक एक शराब व्यापारी को दी जा रही थी और वह शराब व्यापारी चहटाघाट के पास डी ब्रदर्स के सहयोगियों को यह बंदूक, मैगजीन और गोली थमा देते थे। वह सहयोगी रंग मिस्त्री के तौर पर रंग के डब्बे में बंदूक छिपाकर डी ब्रदर्स के घर ले जाते थे और वहां पर मौजूद लकड़ी के बक्से में छुपा देते थे। कलर बॉक्स में लाए जाने हेतु किसी को इस बारे में संदेह नहीं होता था।
पुलिस इसकी अधिक छानबीन कर रही है। पुलिस एक सूची बनाकर डी ब्रदर्स के अन्य सहयोगी और इस कारोबार से जुड़े कुछ अन्य लोगों के घर पर छापेमारी कर रही है। इसके साथ ही साथ एक विशेष टीम बनाकर उत्तर प्रदेश भेजने के लिए योजना बना रही है। कहां से यह बंदूक लायी जाती थी और किन लोगों को यह बंदूक बेची जा रही थी। उस बारे में अधिक जांच में जुटी है कमिश्नरेट पुलिस।