मां के दूध की भांति नदी जल मानव के लिए जरूरी : विशेश्वर टुडू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन सप्ताह पालन के मौके पर सेवा समर्पण अभियान के तहत नदी पूजन नदी निर्मल नदी वंदन के लिए स्वतंत्र कार्यक्रम नमामि गंगे चलाया जा रहा है।
जासं, कटक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन सप्ताह पालन के मौके पर सेवा समर्पण अभियान के तहत नदी पूजन, नदी निर्मल, नदी वंदन के लिए स्वतंत्र कार्यक्रम नमामि गंगे चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में रविवार को केंद्रीय जल शक्ति और आदिवासी व्यापार मंत्री विशेश्वर टुडू मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। कटक के गडगड़िया घाट में आयोजित महानदी पूजन कार्यक्रम में नगर भाजपा के अध्यक्ष ललातेंदु बडू की अगुवाई में राज्य नमामि गंगे कमेटी के अध्यक्ष महेश्वर साहू मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए। इस मौके पर अतिथियों ने कहा कि भारत वर्ष की नदियां हमारी सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक जीवन धारा का एक प्रमुख हिस्सा हैं। हमारी लापरवाही की वजह से हमारी यह सभ्यता किसी ना किसी दिन विलुप्त हो जाएगी। मा के दूध की भाति नदी का जल मानव जाति के लिए बहुत ही जरूरी है। इसके चलते हजारों सालों से देश के ऋषि-मुनियों के द्वारा परंपरा के तहत नदी को मा का दर्जा दिया गया है। नदी वंदन, नदी पूजन भी होता आ रहा है। लेकिन समय के साथ विदेश की संस्कृति के चलते इसमें बदलाव आया और नदियों का उपयुक्त रखरखाव में कमी आई है। इस कारण तमाम नीति के साथ-साथ आर्थिक गति में भी गिरावट आई है। लेकिन अब हमारे देश और मानवता की रक्षा के लिए इसकी संपूर्ण सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। ऐसे में भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रेरणा से इस महान कार्य को व्यापक करने के लिए आह्वान दिया है। महानदी वंदन और आरती कार्यक्रम में शामिल होकर सभी कार्यकर्ता नदी सुरक्षा के लिए संकल्प लिया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ता नदी में स्वच्छ भारत अभियान भी चलाया। इस कार्यक्रम को महानदी और काठजोड़ी नदी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71 वर्ष पूरा होने के चलते सात अक्टूबर के अंदर 71 जगहों पर चलाए जाने की योजना बनाई गई। यह जानकारी कटक नगर भाजपा के अध्यक्ष ललातेंदु बड़ ने दी। नमामि गंगे कार्यक्त्रम में भाजपा नेता नारायण प्रसाद महांती, दुर्योधन लेंका, श्यामसुंदर साहू, कामाख्या प्रसाद मिश्र, श्रीतम दास, ऋषिकेश जेना, सिकंदर अली, रश्मि रेखा दास, विश्वरंजन मिश्र, प्रदीप पटनायक, कृष्ण चंद्र महापात्र, प्रकाश सेठी, सुशात महांती, कल्पना पटनायक, रंजीता नायक, स्नेह मंजरी महांती, पुष्पिता महापात्र, देवानंद सिंह, सब्यसाची, अब्दुल मोकित, मस्ताकिम प्रमुख शामिल रहे।