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ओडिशा में तीन मंजिला शॉपिंग मॉल में भीषण आग

स्थानीय लोगों ने अग्निकांड के लिए प्रशासन एवं माल के मालिक को जिम्मेदार ठहराया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 04 Feb 2018 02:31 PM (IST)Updated: Sun, 04 Feb 2018 02:37 PM (IST)
ओडिशा में तीन मंजिला शॉपिंग मॉल में भीषण आग
ओडिशा में तीन मंजिला शॉपिंग मॉल में भीषण आग

जागरण संवाददाता, कटक। ओडिशा में कटक में बादामबाड़ी थाना इलाके में मौजूद शिटिंग स्टाइल नामक एक शॉपिंग मॉल में आज भीषण अाग लग जाने से अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी भयावह थी कि बगल के एक होटल  और एक माल गीता फैशन मार्ट को भी अपने चपेट में ले लिया। माल में मौजूद कर्मचारी इधर उधर, जान बचाकर भागे। तीन मंजिला सिटी स्टाइल माल पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है। सूचना मिलते ही एक-एक कर 10 दमकल गाड़ी आग को बुझाने में जुट गई। माल के अन्दर से धुंआ निकल रहा है।

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इस बीच, राजधानी भुवनेश्वर से भी दो दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के लिए बुलाया गया। इसके अलावा स्काई लिफ्ट को आग बुझाने में नियोजित किया गया था। दमकल विभाग के 150 से अधिक कर्मचारी नियोजित हुए थे। कटक जिलाधीश सुशांत महापात्र, अतिरिक्त जिलाधीश आर.रघुराम अय्यर, डीसीपी अखिलेश्वर सिंह, बादामबाड़ी थाना पुलिस आग को बुझाने में मानीटरिंग कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, उद्योगपित शंकर गुप्ता ने इस बिल्डिंग को किराए पर लिया था और उसे कोलकाता के अन्य एक व्यापारी सिटी स्टाइल के मालिक को किराए पर दिया था। दमकल विभाग के डीजी बीके शर्मा ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी। 

पूर्वाह्न 11:45 बजे माल से धुंआ निकलते देख माल के कर्मचारी माल से बाहर निकलने के साथ दमकल विभाग को इसकी सूचना दी। इस बीच, तीन मंजिलें इस इस कपड़ा, ड्रेस, साड़ी, जूता आदि विक्रय होने वाले इस माल की तीनों मंजिले धू धूकर जलने लगी। कटक जिला के जिलाधीश सुशांत महापात्र ने कहा कि आग किस कारण से लगी है, जांच की जाएगी। शापिंग माल पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है।

बगल में गीता फैशन शापिंग माल एवं नारायणी होटल के ऊपर मौजूद किताब एवं लाइट्स दुकान में भी आग लग गई है। गीता फैशन माल भी बुरी तरह से जल गया है। अतिरिक्त जिलाधीश अय्यर ने कहा कि प्रशासन जांच करेगी। आग निर्वापक व्यवस्था थी की नहीं जांच की जाएगी। डीसीपी अखिलेश्वर सिंह ने कहा है कि आफिसर तैनात हैं, ट्रैफिक नियंत्रित किया जा रहा है। वाहनों को अन्य रास्ते से छोड़ा गया। 

स्थानीय लोगों ने अग्निकांड के लिए प्रशासन एवं माल के मालिक को जिम्मेदार ठहराया है। लोगों का कहना है कि माल के कर्मचारियों को फायर सेप्टिंग का प्रशिक्षण नहीं दिया गया था, अन्यथा इतना बड़ा हादसा नहीं होता। माल तो जल गया मगर प्रभु जगन्नाथ की कृपा है कि किसी व्यक्ति के हताहत होने का समाचार नहीं है। गौरतलब है कि हाल ही में दमकल विभाग की ओर से कुल 12 टीम ने विभिन्न 7 माल एवं 5 होटलों की जांच की थी, ज्यादातर माल में फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं थी। दमकल विभाग के डीजी बीके शर्मा ने कहा था कि जहां पर फायर सेफ्टी व्यवस्था थी वहां पर नियोजित कर्मचारियों को फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं थी।  

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