Murder In Cuttack: ओडिशा के कटक में बाप ने मारी बेटे को गोली, मौत
Odisha कटक के बारंग थाना अंतर्गत बेंठुआ बस्ती में सामान्य बात को लेकर बाप ने अपने बेटे को गोली मार दी जिससे मौके पर ही बेटे की मौत हो गई। पिता जदू मुंडा की गोली लगने से 16 साल के बेटा शिव मुंडा की मौत हो गई।
कटक, संवाद सूत्र। ओडिशा में कटक के बारंग थाना अंतर्गत बेंठुआ बस्ती में सामान्य बात को लेकर बाप ने अपने बेटे को गोली मार दी, जिससे मौके पर ही बेटे की मौत हो गई। पिता जदू मुंडा की गोली लगने से 16 साल के बेटा शिव मुंडा की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। खेत से बैंगन घर लाने को लेकर दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं हुई। इसके बाद शुक्रवार अपराह्न को शिव खेत से बैंगन लेकर घर आने के बाद पिता जदू के साथ उसकी तू-तू मैं-मैं हुई। इसके बाद जदू ने गुस्से में आकर घर में रखी एक देसी बंदूक से शिव को गोली मार दी। गोली शिव के सीने में जाकर लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा। बेटे को रास्ते पर गिरता देखकर नशे की हालत में रहने वाला जदू वहां से फरार हो गया। इस बारे में जानकारी मिलते ही बारंग थाना पुलिस के थाना अधिकारी आकाश कुमार रणा, एसपी मौके पर पहुंचकर शिव को कटक बड़ा मेडिकल भेजा। दूसरी ओर, आरोपित को दबोच ने के लिए पुलिस जुट गई है।
गौरतलब है कि बालेश्वर केसत्यम डेवलेपर्स के मालिक रमेश बेहरा के हत्या का मामला बालेश्वर की पुलिस ने सुलझा लिया है। इसकी सूचना बालेश्वर के एसपी सुधांशु मिश्रा ने पत्रकारों को दी है। एसपी की मानें तो जमीन की खरीद और बिक्री को लेकर मृतक रमेश के एक अन्य दलाल के साथ दुश्मनी को लेकर यह घटना घटी थी।इस घटना में तीन मास्टरमाइंड समेत चार सहयोगियों को कुल मिलाकर 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड की योजना करीब एक महीना पहले बनायी गयी थी तथा इस घटना को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपए का डील किए जाने की बात एसपी ने बतायी है। सत्यम डेवलपर्स के मालिक रमेश बेहरा के साथ इसी जमीन को लेकर स्थानीय गणेश्वर पुर नामक गांव के एक अन्य जमीन दलाल मुन्ना उर्फ चितरंजन पानी ग्राही के साथ विगत कई महीनों से मनमुटाव चल रहा था।
जमीन खरीद और बिक्री कि इस चिंगारी ने आखिरकार आग का रूप धारण कर लिया, जिसके चलते रमेश को जान गंवानी पड़ी। एसपी ने बताया कि श्री कृष्ण पुर नामक इलाके के 2 एकड़ 27 डिसमिल जमीन को लेकर पुरानी रंजिश चल रही थी। जिसे लेकर अजीतपुर गांव का रंजन साहू तथा श्री कृष्ण पुर गांव का शंभू नाथ विश्नोई के सहयोग से 1 महीने पहले इस हत्याकांड की योजना बनाई गई थी। इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपए का सौदा हुआ था।